रात में घरों से चोरी किए गहने सुबह दुकान के शो केस में सजा देता था, चोरों से थी सेटिंग
रायपुर: गिरफ्तार किया गया ज्वलर्स दुकान संचालक।रायपुर की पुलिस ने एक जोहरी (सराफा कारोबारी) को पकड़ा है। पिछले 6 महीने से पुलिस काे इसकी तलाश थी। अब ये पुलिस की पकड़ में आया है। दरअसल आरोप है कि ये कारोबारी, चोरों से दोस्ती किए बैठा था। वो चोरी के गहने रात में चुराते थे और सुबह उन्हीं गहनों को ये कारोबारी अपनी दुकान में सजाकर बेच दिया करता था।डीडी नगर थाने और कबीर नगर थाने की पुलिस को इस कारोबारी की तलाश थी। इस कारोबारी का नाम राजू गोस्वामी है। रायपुरा की मेन रोड में चिराग ज्वेलर्स नाम की दुकान का मालिक है। ये शहर से भाग चुका था। 6 महीने पुरानी चोरी के कांड में शामिल था । मामला ठंडा पड़ता देख ये अपने घर आया था, इसकी खबर पुलिस को मिली फौरन इसे सरोना स्थित इसके घर जाकर पुलिस ने दबोच लिया। इसके पास से पुलिस को लगभग 3 लाख 16 हजार 800 रूपये के सोने चांदी के जेवर मिले हैं।रायपुर पुलिस को मिला आरोपी के पास चोरी का माल।इन इलाकों में हुई थी चोरियां, भाई भी हो चुका है गिरफ्तारकबीर नगर इलाके की रहने वाली काजल सिन्हा ने बताया था कि पिछले साल दिसंबर के महीने में घर लॉक करके पति के साथ मैहर देवी दर्शन करने गई थी। इनके घर का ताला तोड़कर इसी गैंग के बदमाश घुसे और सोने, चांदी के जेवर, नगद लेकर भाग गए थे।डीडी नगर के रोशन कुमार देवांगन पिछले साल नवंबर के महीने में अपने गांव दामाखेडा गए थे। घर सूनापाकर आरोपियों के गैंग ने यहां जेवर और रुपए चुराए थे। इसी इलाके में राहुल ध्रुव नाम के व्यक्ति के भी घर इन्हीं बदमाशों ने आलमारी के लॉकर में रखे सोने- चांदी के जेवरात और म्यूजिक सिस्टम चुरा लिया था। इनका शिकार सतीश कुमार श्रीवास नाम के व्यक्ति भी बने। इनके अलावा, उरला, धरसींवा और देवेंद्र नगर थाना इलाके में रहने वाले 5 से अधिक परिवार चोरी की वारदातों के शिकार हुए।ज्वेलरी शॉप चलाने वाले राजू का भाई दीपक भी चोरी के गहने बेचने में शामिल था। इस केस में 6 महीने पहले पुलिस ने 11 लोगों को गिरफ्तार किया था। चोरों के अलावा इसमें दीपक भी शामिल था, तब राजू भाग गया था। गिफ्तार हुए चोरों में बिहार और ओडिशा के बदमाश शामिल थे। चोरों और सराफा कारोबारी राजू के बीच सेटिंग थी, वो चोरी के माल के बदले जो रकम चोरों को देता था उसे बदमाश शराब, नॉनवेज की पार्टी, कपड़े खरीदने और रोजमर्रा के खर्चों में उड़ा दिया करते थे।