फतेहपुर में 12, लक्ष्मणगढ़ और नेछवा में 6-6 पशुओं की मौत, अब तक 47 की जान गई
सीकर: सीकर में गुरुवार को 24 गौवंश ने लंपी वायरस से दम तोड़ दिया। इस जानलेवा वायरस ने फतेहपुर में 12, लक्ष्मणगढ़ में छह और नेछवा में छह गौवंश की जान ले ली। जिले में अब तक 47 गौवंश की मौत हो चुकी है। फतेहपुर, लक्ष्मणगढ़, पिपराली में वायरस के ज्यादा मामले सामने आए हैं। हालाकि पशुपालन विभाग का कहना है कि सीकर में बाकी जिलों से स्थिति नियंत्रण में है लेकिन इसके बाद भी खतरे को देखते हुए पशुपालन विभाग पूरी तरह से तैयार है। लंपी वायरस को लेकर लोगों को जागरुक होने की सलाह दी जा रही है।राजस्थान के 33 जिलों में से करीब 20 जिलों में लंपी वायरस फैल गया है। जिसके कारण राजस्थान में गायों की बीमार होने के साथ मौत का ग्राफ भी अब बढ रहा है। लंपी वायरस की दवा नहीं होने के कारण उन्हें अब अपने पशुओं के जान पर खतरा मंडराने लगा है, लेकिन इसके बाद भी पशुपालन विभाग की ओर से लोगों को जागरुक करने का प्रयास किया जा रहा है।फतेहपुर,लक्ष्मणगढ़, पिपराली में ज्यादा मामलेपशुपालन विभाग की संयुक्त निदेशक सुमित्रा खींचड़ का कहना है कि सीकर में अभी लक्ष्मणगढ़, फतेहपुर नेछवा, पिपराली, पाटन, श्रीमाधोपुर और दांतारामगढ में मामले सामने आये हैं। सबसे ज्यादा फतेहपुर, लक्ष्मणगढ, पिपराली में लंपी वायरस के केस में इजाफा देखने को मिल रहा है। उन्होंने बताया कि वेटनरी चिकित्सक गांवों जाकर स्थिति का जायजा ले रहे हैं। इसके साथ ही सभी ग्राम पंचायत में वेटनरी डॉक्टर लगाए गए हैं। गौशाला में अभी केवल नानी बीड़ के पास ही दो मामले सामने आये हैं, लेकिन बाकि की गौशाला में अभी तक लंपी वायरस का मामला नहीं आया। ऐसे में गौशाला संचालकों को ऐहतियात बरतने के निर्देश दिए गए हैं।गौशाला में पशुओं को करें क्वारेंटाइनपशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक सुमित्रा खींचड़ ने बताया कि लंपी वायरस की वैक्सीन नहीं बनी है इसलिए सावधानी ही इसका सबसे बड़ा बचाव है। उन्होंने गौशाला संचालकों को कहा कि अगर उनके यहां एक भी मामला सामने आता है तो उस पशु को तुरंत सभी पशुओं से अलग कर क्वारेंटाइन कर दें ताकि दूसरे पशुओं में इसका संक्रमण फैलने से बच सके। वहीं गौशाला में हाईजेनिक छिड़काव लगातार किया जाना चाहिए।लंपी वायरस के बढते आंकड़े।धीरे धीरे बढ़ते जा रहे आंकड़ेफतेहपुर में गुरुवार को 12 गौवंश की मौत हुई है। यहां अब तक 33 गौवंश की जान जा चुकी है। लक्ष्मणगढ़ में गुरुवार को छह और 1 गौवंश की मौत पहले हो चुकी है। नेछवा में गुरुवार को छह गायों की मौत हो चुकी है। वहीं दांतारामगढ़ में एक गौवंश की मौत हो चुकी है।लक्ष्मणगढड में संक्रमित पशुओं की संख्या 91 है। फतेहपुर में संक्रमित पशुओं की संख्या 285 है। पिपराली में 15 इलाकों में संक्रमित पशुओं की संख्या 59 पहुंच चुकी है। नेछवा में भी 35 संक्रमित पशु आ चुके हैं।