माना में मिली लाश काॅल गर्ल की निकली, डाक्टर समेत दो गिरफ्तार
रायपुर। राजधानी रायपुर से लगे माना कोविड सेंटर के पास पिछले दिनों मिली अज्ञात युवती की लाश की शिनाख्त हो गई है। युवती कार्लगल थी। दरअसल देह व्यापार कराने उसे तीन लोग यहां लेकर आए थे। युवती के साथ तीनों ने शराब पी। अधिक शराब पीने से युवती की सांस थम जाने से मौत हो गई। फंसने के डर से आरोपित उसकी लाश को छोड़कर भाग गए थे।
घटनास्थल से मिले सीसीटीवी फूटेज के आधार पर आरोपितों की पहचान पुलिस ने की। वहीं, मृतका का फोटो इंटरनेट मीडिया पर शेयर करने का फायदा पुलिस को मिला। स्वजनों ने युवती की पहचान कर घटनाक्रम बताया। इसके बाद पुलिस ने एक डाक्टर समेत दो को गिरफ्तार कर लिया जबकि एक आरोपित फरार है।
साइबर सेल प्रभारी आरके साहू ने बताया कि चार मई को विवेकानंद उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के सामने कोविड़ सेंटर के बाजू में एक अज्ञात महिला की लाश मिली थी। काफी कोशिश के बाद भी उसकी पहचान नहीं हो पाई थी। आखिरकार महिला के जेठ भाई ने पुलिस के फेसबुक पर मृतका की फोटो देखकर वीरन कोवाची उर्फ बबली (35) निवासी गज्जीटोला थाना खड़गांव जिला राजनांदगांव के रुप में पहचान की।
इसके बाद घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरा खंगालने पर लाल रंग की वेगनआर कार से मृतिका के शव को बाहर निकालने का फूटेज सामने आया। पुलिस टीम ने पतासाजी की तो पता चला कि मृतिका ने नौ साल पहले कुरूद निवासी चन्द्रेश भारती के साथ प्रेम विवाह किया गया था। दोनों की एक सात साल की बेटी है। दो साल पहले चंद्रेश भारती की मृत्यु होने से मृतिका अपनी पुत्री को लेकर अपने मायके गज्जीटोला जाकर रहने लगी।
कुछ दिनों बाद बेटी को वहीं छोड़कर रायपुर में डीडीनगर इलाके के चंगोराभाठा में किराये का मकान लेकर झाड़ू पोछा का काम करने लगी। इसी दौरान मृतिका की पहचान खमतराई निवासी विनय चरार से हुई। वह युवतियों से देह व्यापार करवाता था। इस काम में आरबीएस कालोनी जय श्रीरामनगर,खमतराई का उपेन्द्र यादव(40) ग्राहक तलाशता था।
इस तरह मृतिका विनय एवं उपेंद्र के साथ मिलकर वेश्यावृत्ति करने लगी। मृतका शराब पीने की भी आदि थी। 3-4 मई की दरम्यानी रात मृतिका डीडीनगर निवासी पेशे से फिजियोथेरेपी डॉक्टर सुमित लिमटे के पास गयी थी। दोनों ने जमकर शराब सेवन किया। अत्यधिक शराब पीने से मृतिका बेहोश हो गई तथा उसकी सांसे लगातार नहीं चल रहीं थी।
इसकी सूचना सुमित लिमटे ने विनय एवं उपेन्द्र यादव को दिया। फिर तीनों सुमित लिमटे की वेगन आर कार में मृतिका को सीट में बैठाकर अस्पताल ले जाने के बजाए फंसने के डर से माना क्षेत्र में ले जाकर बाहर उतारकर वापस लौट गए। समय पर इलाज नहीं मिलने के कारण वीरन कोवाची की मौत हो गई।
पुलिस ने मामले में तीनों आरोपितों के खिलाफ धारा 304, 201, 34 का अपराध कायम कर उपेन्द्र यादव एवं सुमित लिमटे को गिरफ्तार कर घटना में इस्तेमाल कार व दो मोबाइल जब्त किया है। वहीं फरार आरोपित विनय चरार की तलाश की जा रही है।