नरेश टिकैत की अगुवाई वाले धरनास्थल यूपी गेट पर पहुंची ईंटें, एक्सप्रेस-वे पर पक्के निर्माण का प्रयास
नई दिल्ली/गाजियाबाद। तीनों कृषि कानूनों का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों ने यूपी गेट स्थित धरनास्थल पर बड़ी संख्या में ईंटें लाकर इकट्ठा कर दी है। सिंघु बॉर्डर के बाद अब यूपी गेट पर भी पक्के निर्माण की आशंका जताई जा रही है। ईंट लाए जाने की सूचना पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों से बात की। प्रदर्शनकारी नेताओं ने बताया कि शौचालय निर्माण के लिए ईंटें लाई गई हैं। प्रशासन की ओर से अतिरिक्त मोबाइल टायलेट की व्यवस्था की गई। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने पक्के निर्माण से इन्कार किया। हालांकि पुलिस और खुफिया विभाग लगातार नजर बनाए हुए है।
प्रदर्शनकारियों बोले, सिर्फ शौचालय बनाने के लिए मंगवाई हैं ईंटें
बता दें कि तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में यूपी गेट पर धरना लगातार जारी है। इसी बीच मंगलवार को धरनास्थल पर एक ट्रक ईंट उतारी गई। सूचना मिलते ही एडीएम सिटी शैलेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे और आंदोलनकारी नेताओं से बात की। प्रदर्शनकारियों ने बताया कि बारिश के चलते मोबाइल टायलेट में पानी भर रहा है। शौचालय बनाने के लिए उन्होंने ईंटें मंगवाई हैं। एडीएम सिटी ने प्रदर्शनकारियों को समझाया और अतिरिक्त मोबाइल टायलेट की व्यवस्था करवाई। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने निर्माण न करने की बात कही। साथ ही ईंटें वापस भिजवाने की बात भी मान ली।
संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से आई सफाई, नहीं किया जा रहा है निर्माण
संयुक्त किसान मोर्चा के नेता जगतार सिंह बाजवा ने बताया कि किसी प्रकार का पक्का निर्माण नहीं किया जाएगा। शौचालयों को ऊंचा करने के लिए ईंटें लाई गई थीं। गौरतलब है कि पिछले दिनों ¨सघु बार्डर और टीकरी बार्डर पर भी प्रदर्शनकारियों ने पक्का निर्माण कर लिया था।
पुलिस-प्रशासन रख रहा नजर
एडीएम सिटी शैलेंद्र सिंह ने बताया कि धरनास्थल पर नजर रखी जा रही है। किसी भी प्रकार का पक्का निर्माण नहीं करने दिया जाएगा। प्रदर्शनकारी नेताओं ने शौचालय के लिए ईंटें मंगवाई थी। उनके लिए मोबाइल टायलेट की व्यवस्था कर दी गई है।
कानून विरोधी गतिविधि पर होगी कार्रवाई : अमित पाठक (एसएसपी, गाजियाबाद)
अमित पाठक (एसएसपी, गाजियाबाद) का कहना है कि शौचालय के लिए ईंटें आई थीं। एडीएम सिटी से बात के बाद प्रदर्शनकारी नेताओं ने निर्माण न करने को कहा है। पुलिसकर्मी और खुफिया विभाग को पूरी जानकारी देने को कहा गया है। कानून विरोधी गतिविधि होती है तो कार्रवाई की जाएगी।