बिलासपुर में अक्षय तृतीया का अबूझ मुहूर्त रहा फीका पर बच्चे सिखा गए सलीका
बिलासपुर। अक्षय तृतीया (अक्ती) का पर्व शहर समेत अंचल में घरों में मनाया गया। इस अबूझ मुहूर्त में बड़ी संख्या विवाह आयोजन होते हैं। लेकिन, कोरोना संक्रमण के बीच यह इस बार फीका ही रहा। वहीं घरों में बच्चों ने गुड्डे-गुड़ियों की शादी रचाते हुए जिंदगी का बड़ा सलीका सिखा दिया
बच्चों ने जब गुड्डे- गुड़ियों की शादी रचाई तो इस दौरान वे स्वयं तो मास्क लगाए हुए थे, साथ ही दूल्हा-दुल्हन के रूप में सचे गुड्डे-गुड़ियों को भी मास्क पहनाकर रखे थे। हैंड सैनिटाइजर भी उनके पास रखा गया। इसके जरिए उन्होंने यही संदेश दिया कि महामारी के इस दौर में कोरोना से कैसे बचना है, हम बच्चों ने तो सीख लिया, साथ ही अपने गुड्डे और गुड़िया को भी सिखाया, उनकी शादी में भी कोरोना प्रोटोकाल का पूरा पालन किया। हमारी सभी से विनती है कि कृपया आप सभी कोरोना गाइडलाइन का पालन करें, मास्क लगाए, सैनिटाइजर का उपयोग करते रहें, बार-बार हाथों को साबुन से धोते रहें और फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करें।
शहर के साथ ग्रामीण अंचल में भी बच्चों ने बढ़- चढ़कर इसमें हिस्सा लिया। इसी के तहत लोरमी क्षेत्र के फुलवारी गांव में बच्चियों दुर्गा साहू, प्रिंसी साहू, नेहा साहू, गीतांजलि साहू, मुस्कान साहू, लवली साहू, मोनिका व दामिनी साहू ने मिलकर गुड्डे- गुड़िया की शादी कराई। इस दौरान उन्होंने स्वयं मास्क लगाना नहीं भूला।
साथ ही गुड्डे गुड़ियों को भी मास्क पहनाए हुए थे। वहीं शहर के नूतन चौक सरकंडा में तिवारी परिवार की बच्चियों अन्वेषा व अन्वया तिवारी ने भी घर पर गुड्डे- गुड़ियों का विवाह कराया। तब उन्होंने भी कोरोना गाइड- लाइन के नियमों का पालन न सिर्फ किया बल्कि औरों को भी सिखाया।