जिस दिन रिपोर्ट देनी थी, उस दिन शुरू हुआ फायर सेफ्टी आडिट
इंदौर। निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने 13 मई को आदेश निकालकर शहर के निजी और सरकारी अस्पतालों का फायर और लिफ्ट सेफ्टी आडिट 18 मई तक पूरा करने के निर्देश दिए थे, लेकिन अस्पतालों की जांच ही मंगलवार से शुरू हो पाई। उसमें भी पहले दिन दो निजी अस्पतालों की जांच हो सकी। आयुक्त ने सरकारी अस्पतालों की जांच प्राथमिकता से करने के निर्देश दिए हैं, लेकिन मंगलवार को एक भी सरकारी अस्पताल की फायर या लिफ्ट सुरक्षा जांच नहीं हो सकी। निगम अधिकारियों का कहना है कि पहले ईद की छुट्टी और बाद में कोरोना रोकथाम के लिए बनाए गए वार्डस्तरीय समूहों की बैठकों के कारण यह काम नहीं हो सका। मंगलवार को एक कंसल्टेंट ने सीएचएल अस्पताल के अग्नि सुरक्षा इंतजामों की जांच की।
बड़ा अस्पताल होने के कारण जांच में ज्यादा समय लगा। जांच करने वाले कंसल्टेंट अंकित निगम ने बताया कि अस्पताल की हर मंजिल और कमरे में फायर सेफ्टी उपकरणों, उनके दस्तावेज आदि की जांच की। अब विस्तार से मानकों और अस्पताल की मौजूदा सुविधाओं को लेकर रिपोर्ट बनाएंगे। एक अन्य कंसल्टेंट ने स्कीम 140 के पास स्थित ऐश्वर्य अस्पताल में भी अग्नि सुरक्षा उपकरणों की जांच की।
आठ सरकारी अस्पतालों में आज से होगी जांच
निगम के अपर आयुक्त अभय राजनगांवकर ने बताया कि कंसल्टेंट ने मंगलवार को मेडिकल कालेज के डीन के साथ बैठक कर ली है। कुल आठ सरकारी अस्पतालों में फायर सेफ्टी की जांच बुधवार से शुरू होगी। अग्नि इंतजामों की जांच का काम प्राथमिकता से किया जाना है। लिफ्ट संबंधी सुरक्षा उपायों की जांच अलग से बनाई गई टीम करेगी। यह काम संभवत: अगले हफ्ते से शुरू होगा।