स्थानीय युवाओं ने खोजा बोडकम सरई फॉल, बोले- 11 किमी पैदल चल पहुंच सकते हैं पर्यटक
बीजापुर: बोडकम जल प्रपात।छत्तीसगढ़ में बीजापुर जिले के युवाओं ने प्रकृति की गोद में बसे एक नए जलप्रपात की खोज की है। अंदरूनी इलाके में स्थित बोडकम सरई जलप्रपात दिखने में तो छोटा है लेकिन, इसकी प्राकृतिक खूबसूरती और पानी का रंग काफी प्रभावित कर रहा है। बीजापुर के घने जंगल-पहाड़ों के बीच स्थित इस जलप्रपात की खोज कर स्थानीय युवाओं ने सोशल मीडिया में भी इसकी तस्वीर शेयर की है। ऐसे में नीलम सरई, लंकापल्ली और नम्बी जलप्रपात के बाद अब लोग इस बोडकम सरई की खूबसूरती को देखने जा सकते हैं।स्थानीय युवा लक्ष्मी के अनुसार बोडकम जलप्रपात नीलम सरई जितना उंचा तो नहीं, लेकिन इसकी जलधाराओं की सुंदरता की झलक देखते ही बन पड़ती है। घनघोर इलाके में पहाड़ियों के बीच तीन जलधाराएं , हरीतमा से नजर आते जलकुंड लोगों का मन मोह लेते हैं। जलप्रपात के नीले कुंड की संरचना ऐसी मानों प्राकृतिक स्विमिंग पूल हो।घनघोर इलाके में स्थित है जलप्रपात।ऐसे पहुंच सकते हैंलक्ष्मी ने बताया कि, बोडकम जलप्रपात तक पहुंचने भोपालपट्टनम से 17 किमी दूर मेटलाचेरू गांव पहुंचना पड़ता है। इसके आगे बाएं तरफ से करीब डेढ़ किमी की खड़ी पहाड़ी चढ़ाई पूरी करनी होती है। पहाड़ी पर चढ़ने के बाद ऊपर समतल घास के मैदान हैं। जिस पर 11 किमी पैदल चलने के बाद यह जलप्रपात नजर आने लगता है।पहली बार पहुंचे युवा।’C’ की तरह दिखता है नजाराजलप्रपात की संरचना अग्रेजी वर्णमाला के सी लेटर ‘C’ दिखती है। बारिश के दौरान यहां तीन जलधाराएं देखने को मिलती है। हालांकि, कुछ दिनों से बारिश थमी हुई है इसलिए दो जलधाराएं दिख रही है। आमतौर पर यह इलाका काफी गर्म है। ऐसे में जाड़े के मौसम में जलधाराएं पतली धार में तब्दील हो जाती है।मैप से समझे।वोडकम जलप्रपात को देख ऐसा प्रतीत होता है मानों कुदरूत ने कैनवास पर कोई जीवंत चित्र उकेरा हो। जलप्रपात के चारों तरफ की हरियाल, कुंड की हरितमा और यहां की शांति एक अलग ही सुकून देती है। कैम्पिंग के शौकिनों के लिए यह स्थल बेहद खूबसूरत है।