समिति ने विधायक भूरिया पर आरोप लगाया तो भूरिया ने भी पलटवार किया
झाबुआ: झाबुआ के राजगढ़ नाका स्थित गरबा ग्राउंड को लेकर सियासत दिनों-दिन तेज होती जा रही है। नवदुर्गा आयोजन समिति ने कांग्रेस विधायक कांतिलाल भूरिया पर धार्मिक भेदभाव करने का आरोप लगाया है। नवदुर्गा समिति ने कहा कि विधायक कब्रिस्तान और चर्च को पैसा देते हैं। लेकिन हिंदू आस्था पर चोट करते हैं, जहां वो कार्यक्रम करते हैं, उन्हें हटवाते हैं।समिति के आरोपों पर कांतिलाल भूरिया ने पटलवार करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार में झाबुआ विधानसभा के मंदिरों के लिए 1 करोड़ रूपए जारी हुए, बीजेपी सरकार ने कितने किए ये बताए। विकास कार्य श्मसान और कब्रस्तान देखकर नहीं किए जाते हैं। जहां भी विकास कार्य की जरूरत होती है, वहां किए जाते हैं। भूरिया ने कहा कि धार्मिक आयोजन के नाम पर चंदा वसूलने वालों को अब कोई चंदा दे नहीं रहा है, इसलिए इस तरह के आरोप लगाकर बहाने बना रहे हैं, लेकिन जनता सब जानती है।दरअसल, शहर के राजगढ़ नाका स्थिति गरबा ग्राउंड को लेकर रोज नए घटनाक्रम सामने आ रहे हैं। गरबा ग्राउंड पीएचई को हैंडओवर कर दिया गया। सालों से गरबा कर रही समिति ने इस बार ऐलान किया था। कि जब तक गरबा ग्राउंड सार्वजनिक उपयोग के लिए घोषित नहीं किया जाता, तब तक गरबा नहीं होगें। आरोप लगाया कि 15 महीने की कमलनाथ सरकार में हिंदू आस्था पर चोट करते हुए जहां गरबा होते थे, उसे खाली करवाया गया और पीएचई विभाग को सौंपा गया।भूरिया ने आयोजन समिति पर आरोप लगायादूसरी और भूरिया ने कहा कि ग्राउंड पर आयोजन तो अब भी हो सकता है। गरबा आयोजन पर किसी को आपत्ति नहीं, लेकिन जिनकी मंशा कब्जा करने की हो वे इस तरह के हथकंडे अपना रहे हैं।इस पूरे मसले पर सियासत तेज हो गई और अब गरबा आयोजन को लेकर कांग्रेस विधायक भूरिया और नवदुर्गा समिति के बीच रोज नई बयानबाजी हो रही है। फिलहाल समिति का फैसला यही है कि जब तक ग्राउंड सार्वजनिक प्रयोजन के लिए नहीं हो जाता तब तक वे आयोजन नहीं करेंगे।