ऑक्सीजन नहीं मिलने से गोविंदपुरा के एक हजार आर्डर खटाई मेें
भोपाल। ऑक्सीजन नहीं मिलने से गोविंदपुरा औद्योगिक क्षेत्र में करीब एक हजार आर्डर खटाई में पड़ गए हैं। दरअसल, पिछले महीने ऑक्सीजन की बढ़ती किल्लत के बीच उद्यापतियों ने जिला प्रशासन को 1200 खाली सिलिंडर दिए थे। ताकि अस्पतालों में मरीजों को राहत मिल सके। इस कारण कारखानों में काम बंद हो गया है, क्योंकि फेब्रिकेशन से जुड़े कारखानों में ऑक्सीजन की काफी जरूरत होती है। अब उद्योगपति 10 फीसद सिलिंडर व ऑक्सीजन की मांग कर रहे हैं। ताकि पुराने आर्डर पूरे हो सक
गोविंदपुरा में करीब 1100 लघु उद्योग हैं, जो पिछले एक साल से परेशानी से जुझ रहे हैं। पिछले साल लॉकडाउन अवधि में कारखाने बंद रहे तो फिर ऑक्सीजन की कमी ने दो महीने तक काम रोके रखा। पिछले कुछ समय से कारखाने चलने लगे तो लोहा समेत अन्य वस्तुओं की बढ़ती कीमतों ने परेशानी बढ़ा दी। वर्तमान में वस्तुओं की बढ़ी कीमत के अलावा ऑक्सीजन नहीं मिलने से उद्योगों में काम बंद पड़ा है।
पुराने आर्डर, नए नहीं ले रहे
गोविंदपुरा इंडस्ट्री एसोसिएशन के अध्यक्ष अमरजीत सिंह ने बताया कि लोहा समेत अन्य धातुओं की कीमतें लगातार बढ़ रही है। दिन-प्रतिदिन कीमतें बढ़ने से पूर्व में लिए गए आर्डर में उद्योगपतियों को नुकसान हो रहा है। लोहा 75 रुपये प्रति किलो है। बावजूद जैसे-तैसे पुराने आर्डर पूरे करना चाहते हैं। इसलिए नए आर्डर नहीं ले रहे हैं।
ऑक्सीन व सिलिंडर के लिए कलेक्टर से संपर्क
ऑक्सीजन एवं सिलिंडर के लिए उद्योगपति एसोसिएशन के माध्यम से कलेक्टर से संपर्क भी कर रहे हैं। अध्यक्ष सिंह के अनुसार प्रशासन यदि 10 फीसद सिलिंडर एवं इतनी ही ऑक्सीजन दे दें तो पुराने आर्डर पूरे करने में आसानी होगी। इसलिए मांग की गई है।