इंदौर में फल बेचते बच्चों का फोटो वायरल सीएम के निर्देश पर जागा प्रशासन
इंदौर। इंटरनेट मीडिया पर बच्चों द्वारा फल बेचे जाने के वायरल हो रहे फोटो पर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के निर्देश के बाद प्रशासन तत्काल हरकत में आया। दिल्ली के एक व्यक्ति द्वारा ट्वीट के जरिए मुख्यमंत्री से बच्चों की मदद की अपील की गई थी। नगर निगम द्वारा फल विक्रेता के परिवार को पात्रता अनुसार योजनाओं का लाभ दिलाने के निर्देश किए गए हैं। कलेक्टर मनीष सिंह ने मामले की जांच के आदेश दिए थे। अपर कलेक्टर पवन जैन और नगर निगम अपर आयुक्त श्रृंगार श्रीवास्तव की जांच में सामने आया कि फोटो में दिखाई दे रही लड़की के पिता नीरज विश्वकर्मा ने बताया कि उनकी नौ वर्षीय बेटी हिमाक्षी चौथी कक्षा में पढ़ती है।
19 मार्च को हिमाक्षी उनके पड़ोस में रहने वाले आयुष (जिसके पिता राधेश्याम पाटिल फल बेचने का कार्य करते हैं) के साथ खेलते हुए उनकी फल बेचने की टोकरी के सामने जाकर बैठ गई। इसी समय किसी ने इन बच्चों का फोटो ले लिया और इंटरनेट मीडिया पर डाल दिया। विश्वकर्मा ने बताया कि वे स्वयं फोटोग्राफी ट्रेनिंग देते हैं उन्हें कोई आर्थिक परेशानी नहीं है। इसी तरह फोटो में दिखाई दे रहा लड़का आयुष, स्नेहलतागंज निवासी राधेश्याम पाटिल का बेटा है।
राधेश्याम मूलत: बड़वानी जिले के निवासी हैं जहां उनकी खेती है। वे दो साल पहले इंदौर आए और सियागंज के सर्विस सेंटर पर मैकेनिक के रूप में कार्य कर रहे थे। राधेश्याम ने बताया कि वह तीन-चार दिनों से फल बेचने का कार्य कर रहे थे। वे कुछ देर के लिए शौचालय गए तो उनका बेटा आयुष फल बेचने के लिए उनकी जगह पर बैठ गया और इतने ही समय में किसी ने आकर फोटो ले लिया।