जम्मू-कश्मीर में सियासी दलों की उड़ी नींद, वोटर लिस्ट में 25 लाख बाहरी वोटरों जुड़ेंगे
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद आज हालात काफी बदल चुके हैं। आम लोगों की विचारधारा और उनके रोजी रोजगार तथा नजरिये सभी में बड़ा बदलाव देखा जा रहा है। केंद्रशासित प्रदेश बनने के बाद जम्मू-कश्मीर में तेजी से विकास भी हो रहा है और केंद्र की मोदी सरकार लगातार आर्थिक पैकेज भी मुहैया करा रही है।घाटी में आतंकी गतिविधियों पर लगाम लगाने के हरंसभव प्रयास किए जा रहे हैं, जिससे कश्मीर घाटी में लोगों की सोच बदल रही है। इसके बाद प्रदेश में 25 लाख बाहरी वोटरों को मतदाता सूची में शामिल करने की तैयारी की जा रही है, जिसने कश्मीर बेस्ड पार्टियों की नींद उड़ाकर रख दी है।इस लेकर नेशनल काफ्रेंस, कांग्रेस और पीडीपी ने अपनी जमीन को बचाने के लिए हरसंभव प्रयास करने शुरू कर दिए हैं, ताकि आगामी विधानसभा चुनावों की बिसात पर अपने मोहरों को फिट कर सके। इसकारण पहले कश्मीर और अब जम्मू में ऑल पार्टी मीटिंग के नाम पर कई सगंठनों को साथ जोड़कर केंद्र को आड़े हाथों लेने का काम शुरू हो चुका है।सोमवार को जम्मू के भठिंडी इलाके में डॉ. फारूक अब्दुल्ला के घर आयोजित ऑल पार्टी मीटिंग में गुपकार एलांयस के घटक दल भी शामिल हुए और साथ ही शिव सेना व डोगरा स्वाभिमान संगठन मीटिंग का हिस्सा बन गए। जाहिर सी बात है कि जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनावों की हलचल शुरु हो चुकी है। इसी बीच ये नया मुद्दा अब सभी विपक्षी पार्टियों को संजीवनी बूटी दिख रहा है, जबकि जम्मू-कश्मीर के चुनाव आयुक्त ह्रदेश कुमार सिंह साफ कर चुके हैं कि इस बार नए वोटर जोडे़ जा रहे हैं और इसमें वहां लोग भी शामिल होंगे जो काफी समय से जम्मू कश्मीर में रह रहे हैं। वह एक जांच प्रकिया के बाद वोटर लिस्ट में शामिल किए जाएंगे, जिनकी संख्या विपक्ष 25 लाख के करीब बता रहा है।पूर्व सीएम डॉ. अब्दुल्ला ने कहा कि सोमवार को जो मीटिंग हुई इसका मकसद यह था कि रियासत में जो मुसीबत आई है, उस हम कैसे रोके। अगर कोई बाहर का वोटर आता है, तब उसको हम मंजूर नहीं करने वाले हैं। हर दिन नए नए कानून आते हैं। हमारे हक पर हमले हो रहे हैं और उस हमले को दूर करने के लिए हम यहां पर एक साथ हैं।भाजपा का मकसद यहां पर यह देखना कि किसी भी तरीके से सरकार बनानी है। हम अब इस पर एक कमेटी बना रहे हैं जो सभी मुद्दों को देखेगी और जब तक इस समस्या का समाधान नहीं होगा, हम मिलकर चर्चा करते रहने वाले हैं। इस वजह से ही जम्मू की कई पार्टियां एक साथ आई हैं।सोमवार को हुई मीटिग में पहुंचे जम्मू कश्मीर अवामी नेशनल कांफ्रेंस के प्रधान मुज्जफर हुसैन शाह ने कहा कि कश्मीर के बाद जम्मू में मीटिग है। इंशांअल्लाह सब ठीक होगा। हमारा एक ही मुद्दा है कि बाहरी वोटर जो बनाए जा रहे हैं, उस पर चर्चा हो क्योंकि जम्मू कश्मीर में बाहरी वोटरों के दम पर भाजपा सत्ता हासिल करने की तैयारी में है।