औवेसी के बाद राजस्थान में आने को तैयार केजरीवाल, भाजपा और कांग्रेस के लिए टेंशन
नई दिल्ली । दिल्ली और पंजाब में सरकार चला रही आम आदमी पार्टी (आप) लगातार विस्तार योजना पर आगे बढ़ रही है। गुजरात और हिमाचल में विधानसभा चुनाव में पूरा जोर लगाने के बाद आप एक और नए मोर्चे पर दस्तक देने जा रही है। दिल्ली के मुख्यमंत्री और ‘आप’ संयोजक अरविंद केजरीवाल का अगला मिशन राजस्थान है। वह अगले महीने ही इसकी शुरुआत करने जा रहे हैं। अगले साल राजस्थान में होने जा रहे विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर उनका कार्यक्रम तय किया गया है।आप के ही एक विधायक नरेश बाल्यान ने पार्टी की योजना का खुलासा किया है। विधायक ने केजरीवाल के कार्यक्रम के बारे में बताते हुए यह भी संकेत दिया कि यहां उनके निशाने पर सत्ताधारी कांग्रेस है। नरेश ने ट्वीट किया, ”7 और 8 अक्टूबर को राजस्थान के जयपुर में एक रैली और अगले दिन युवा संवाद कर केजरीवाल जी राजस्थान में एक कथित भ्रष्ट ‘जादूगर’ की जादूगरी छुड़ाएंगे और राजस्थान में बदलाव का आगाज करने वाले हैं।दरअसल केजरीवाल के राजस्थान जाने के कार्यक्रम का खुलासा उस समय पर किया गया है जब एक दिन पहले ही ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने दस्तक दी है। ओवैसी की पार्टी भी राजस्थान में अगला विधानसभा चुनाव लड़ने जा रही है और पार्टी ने इसके लिए संगठन को मजबूत करने में जुटी हुई है।दिलचस्प हुआ राजस्थान का मुकाबलाआप और एआईएमआईएम के आने के बाद राजस्थान में मुकाबला बेहद दिलचस्प होगा है। कांग्रेस और भाजपा के बीच मुख्य मुकाबला देखते रहे राज्य में अब दो नए दलों के आने से राजनीतिक समीकरण में बदलाव निश्चित है। ओवैसी और केजरीवाल के आने से राजस्थान में किसे फायदा होगा और किसे नुकसान यह आने वाले समय में पता चलेगा लेकिन यह तय है कि कांग्रेस के साथ भाजपा की भी सिरदर्दी बढ़ने वाली है। दोनों ही दलों को नए सिरे से अपनी रणनीति बनानी होगी।