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विधायक के ड्राइवर को कोरोना कर्फ्यू का पालन कराना टीआई को पड़ा भारी

 टीकमगढ़। जिले में कलेक्टर द्वारा 1 जून की सुबह 6 बजे तक के लिए कोरोना कर्फ्यू लगाया है। कोरोना कर्फ्यू के दौरान सड़कों पर पुलिस तैनात है और नियमों का पालन करा रही है। सोमवार को विधायक के ड्राइवर को कोरोना कर्फ्यू का पालन कराना एक टीआइ को भारी पड़ गया। इतना ही नहीं एक घंटे में ही विधायक ने टीआइ को हटवाया दिया। पुलिस अधीक्षक ने तत्काल ही आदेश जारी कर निरीक्षक को लाइन अटैच कर दिया। एसपी की इस कार्रवाई से अब जिले के पुलिस कर्मियों का कहीं न कहीं मनोबल कम हो रहा है। बता दें कि पुलिस और प्रशासनिक कार्याें में टीकमगढ़ जिले में राजनीतिक हस्ताक्षेप रहता है। थाना प्रभारियों की पोस्टिंग से लेकर तबादले के कार्य माननीयों की मर्जी के बगैर नहीं होते हैं, लेकिन कोरोना काल के दौरान भी इस प्रकार के राजनीतिक हस्ताक्षेप चर्चा का विषय बना हुआ है। इंटरनेट मीडिया पर सुबह से ही यह मामला छाया हुआ है।

गौरतलब है कि कोरोना की चैन तोड़ने के लिए पुलिस और प्रशासन के कर्मचारी सड़काें पर मुस्तैद है। जतारा नगर में तेजी से कोरोना संक्रमण का फैलाव हुआ, लेकिन पुलिसकर्मियों ने जतारा नगर में जगह-जगह बेरीकेटिंग करते हुए बेवजह घूमने वालों को रोका है। ताकि संक्रमण का फैलाव न हो और लोग घराें में ही रहें। इसका ही नतीजा है कि अब नगर में संक्रमित नहीं मिल रहे हैं। लेकिन सोमवार एक निरीक्षक को नियमों का पालन कराना ही भारी पड़ गया। सोमवार को सुबह करीब 9 बजे जतारा विधायक और पूर्व मंत्री हरिशंकर खटीक का पलेरा निवासी ड्राइवर बबलू पाल पलेरा से जतारा आ रहा था। जतारा आने के दौरान वह सुनील नायक चौराहा पर पहुंचा, तब वहां पर पुलिस द्वारा बेरीकेट्स लगाए गए थे और कोरोना कर्फ्यू का लोगों को पालन कराया जा रहा था। विधायक के ड्राइवर बबलू पाल के वहां पहुंचने पर पहले तो आरक्षक भूपेंद्र ने बेरीकेट्स हटा दिया, लेकिन बाद में एसआई दयाराम चक्रवती द्वारा रोक लिया गया और नियमों का पालन करने की बात कही। तब ड्राइवर एसअाइ से अपशब्द बोलने लगा। ऐसे में एसआइ दयाराम चक्रवती तत्काल ही उसे टीआइ हिमांशु चौबे के पास ले गए। टीआइ हिमांशु चौबे ने ड्राइवर से जानकारी लेना चाही, तो वह उस दौरान गुटखा खाए हुए था। विधायक के ड्राइवर ने टीआइ के सामने थूंकते हुए ऐंठना शुरू कर दिया। तब टीआइ ने कहा कि नियम सभी के लिए एक बराबर हैं, नियमों का पालन नहीं करोंगे, तो अबकी बार कार्रवाई की जाएगी। इतनी समझाइश देने के बाद टीआइ हिमांशु चौबे ने ड्राइवर को जाने दिया। लेकिन ड्राइवर जैसे ही माननीय के पास पहुंचा, तो पुलिस अधीक्षक कार्यालय में खलबली मच गई।

नियमों के पालन कराने की बात विधायक और पूर्व मंत्री हरिशंकर खटीक को रास नहीं आई। उन्होंने तत्काल ही एसपी प्रशांत खरे आैर आइजी अनिल शर्मा से संपर्क कर टीआइ हिमांशु चौबे को हटवाने पर जोर दिया। एक घंटे में करीब साढ़े 10 बजे ही टीआइ हिमांशु चौबे को पुलिस लाइन अटैच करने का अादेश पुलिस अधीक्षक प्रशांत खरे ने जारी कर दिया। निरीक्षक हिमांशु चाैबे के स्थान पर कार्यवाहक निरीक्षक त्रिवेंद्र त्रिवेदी को थाना प्रभारी जतारा की कमान सौंप दी गई। राजनीतिक हस्ताक्षेप के चलते इस प्रकार की कार्रवाई अब चर्चा का विषय बनी हुई है। मामले में एसपी प्रशांत खरे से बात करना चाही, तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। वहीं इस संबंध में जतारा विधायक हरिशंकर खटीक से बात करने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव करना उचित नहीं समझा।

मैं रोजाना ही पूरे दिन सड़कों पर घूमता था। कोरोना कफ्यू का पालन कराना मेरी ड्यूटी थी। मैंने ड्राइवर को समझाइश दी थी, लेकिन विधायक को वह रास नहीं आया। इसमें अब मैं क्या कर सकता हूं।