अंकिता ने दोस्त को वॉट्सएप चैट में बताया था उस पर वीआईपी गेस्ट को ‘सर्विस’ देने का था दबाव
पौड़ी गढ़वाल। उत्तराखंड हरिद्वार में अंकिता भंडारी हत्याकांड के जनता में भारी आक्रोश है। पौड़ी-गढ़वाल की रहने वाली अंकिता भंडारी मामले में हर रोज नए खुलासे होते जा रहे हैं। पता चला है कि 19 साल की रिसेप्शनिस्ट अंकिता पर रिजॉर्ट में आने वाले वीआईपी मेहमानों को ‘स्पेशल सर्विस’ देने का दबाव बनाया जा रहा था। इसकी पुष्टि वॉट्सएप चैट से हुई है। मैसेज में अंकिता ने अपने दोस्त को लिखा था, ”मैं गरीब हो सकती हूं, लेकिन 10 हजार रुपये के लिए मैं खुद को बेचूंगी नहीं…” 18 सितंबर को वॉट्सएप चैट में अंकिता ने अपने दोस्त को यह भी बताया कि एक शराबी गेस्ट ने एक बार उसे जबरदस्ती गले लगा लिया था। रिजॉर्ट मालिक पुलकित आर्य के मैनेजर अंकित गुप्ता ने उसे चुप रहने के लिए कह दिया था। उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार भी अपने बयान में अंकिता पर गलत काम के लिए दबाव की बात कह चुके हैं।इसके साथ ही रिजॉर्ट में बतौर रिसेप्शनिस्ट काम कर रही अंकिता भंडारी ने आगे चैट पर लिखा, इस रिजॉर्ट में बहुत इनसिक्योर (सुरक्षित) महसूस होता है। अंकित गुप्ता (रिजॉर्ट मैनेजर) मेरे पास आया और बोला कुछ बात करनी है। फिर मैं उसके साथ गई। रिसेप्शन के कॉर्नर पर ले जाकर उसने बोला कि सोमवार को वीआईपी गेस्ट आ रहे हैं, तो उन्हें एक्स्ट्रा सर्विस चाहिए। मैंने कहा कि मैं क्या करूं? तो बोला कि तुम तो कह रही थीं कि स्पा वगैरह करोगी। मैंने कहा कि एक्स्ट्रा सर्विस की बात हुई थी, स्पा की बात कहां से आ गई। फिर वह बोला कि गंवारों वाली हरकतें मत करो, गेस्ट देख रहे हैं।अंकित ने कहा कि मैंने यह नहीं कहा कि तुम करो। मैं बोल रहा हूं कि अगर तुम्हारी पहचान में कोई लड़की हो तो बताना, क्योंकि गेस्ट 10 हजार रुपए दे रहा है। मैंने उसको बोला कि मैं गरीब हूं तो क्या तुम्हारे इस रिसॉर्ट के लिए 10 हजार में बिक जाऊं। मैं समझ रही हूं कि दूसरी लड़की वाला उन्होंने इसलिए बोला कि ताकि मैं 10 हजार के लालच में आकर मान जाऊं। एक्स्ट्रा सर्विस मतलब सेक्शुअल रिलेशन हैं..अंकिता आगे लिखती है- इस आर्य (पुलकित) ने सौरभ बिष्ट को भी अपने रूम में बुलाया और मुझे मनाने के लिए करीब एक घंटे तक उसे समझाया। अब वह मुझसे ढंग से बात तक नहीं करता। यही नहीं, अंकित ने आर्य से बात करके बोला कि सर (रिजॉर्ट मालिक) को मत बताना, लेकिन मुझे पता है कि आर्य को सब पता है। इन तीनों ने जानबूझ कर बोला, ताकि मैं इनके पैसों के लिए हां बोलूं। इसके बाद दोस्त से अंकिता ने आगे बोला- अब आगे से कुछ भी बोला तो मैं यहां काम नहीं करूंगी। इतना गंदा होटल है। पिता वीरेंद्र भंडारी ने बताया कि उनकी बेटी अंकिता ने बीते 28 अगस्त को ही रिजॉर्ट में नौकरी जॉइन की थी। उसे अपनी नौकरी की पहली सैलरी तक नहीं मिल पाई। होटल मैनजेमेंट का डिप्लोमा करके परिवार के लिए कमाने गई बेटी की हत्या से अब माता-पिता और छोटे भाई पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।मृतका अंकिता पौड़ी गढ़वाल जिले के श्रीकोट गांव की रहने वाली थी। घर की आर्थिक स्थिति बहुत ही खराब बताई जा रही है। अंकिता के पिता वीरेंद्र भंडारी पहले मजदूरी करके पैसे कमाते थे। लेकिन उम्र ज्यादा होने के कारण उन्होंने मजदूरी करना छोड़ दिया। अब वे कुछ नहीं करते। घर की सारी जिम्मेदारी मां सोनी देवी पर आ गई थी। वह आंगनबाड़ी में काम करके घर का खर्च चलाती हैं। वहीं, छोटा भाई कंप्यूटर कोर्स कर रहा है।परिवार की मदद करने के लिए ही अंकिता ने एक साल का होटल मैनेजमेंट का डिप्लोमा किया और रिजॉर्ट में नौकरी पर लग गई। परिवार खुश था कि बेटी अब कमाने लगी है। लेकिन उन्हें क्या पता था कि एक दिन यही नौकरी उसे इतनी भारी पड़ेगी। बता दें कि 18 सितंबर से लापता अंकिता भंडारी की शनिवार सुबह चिल्ला नहर में लाश मिल गई। रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य, मैनेजर सौरभ भास्कर और असिस्टेंट मैनेजर अंकित गुप्ता पर हत्या का आरोप है। कोर्ट ने तीनों आरोपियों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।