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सात किमी लंबी एलिवेटेड राेड की 441 कराेड़ की डीपीआर सबमिट, दाे फेज में हाेना है काम

 ग्वालियर। कोरोना संक्रमण काल की दूसरी लहर में राहत मिलने के बीच ग्वालियर के विकास की पहली खबर सामने आई है। ग्वालियर के ड्रीम प्रोजेक्ट एलिवेटेड रोड की 441 करोड़ की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) भोपाल सबमिट कर दी गई है। यह पहले फेज की डीपीआर है, जिसमें फूलबाग स्थित रानी लक्ष्मीबाई समाधि स्थल से लेकर ट्रिपल आइटीएम तक 7.1 किमी की एलिवेटेड रोड स्वर्ण रेखा नदी के ऊपर बनेगी। इस प्रोजेक्ट के लिए बजट में भी प्रविधान कर दिया गया है। लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के सेतु संभाग की ओर से भेजी गई फाइनल डीपीआर के बाद अब प्रशासकीय स्वीकृति आते ही टेंडर बुला लिए जाएंगे। एक और खास बात यह कि स्मार्ट सिटी के लिए काम करने वाली एल एंड टी कंपनी इस प्रोजेक्ट को ले सकती है।

ज्ञात रहे कि ग्वालियर में एलिवेटेड रोड की पहल कर माननीयों ने खास रूचि दिखाई थी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और राज्य सभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उपचुनाव के दौरान ग्वालियर में घोषणा की थी कि ग्वालियर में एलिवेटेड रोड बनेगी। इसको लेकर ग्वालियर के अफसरों को निर्देश दिए थे कि इसका पूरा प्लान तैयार किया जाए। पीडब्ल्यूडी ने एलिवेटेड रोड की संभावनाओं पर काम शुरू कर दिया और डीपीआर तैयारी में जुट गई। फरवरी 2021 में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के ग्वालियर आगमन के दौरान ग्वालियर के पांच साल के रोडमैप पर बैठक हुई जिसमें एलिवेटेड रोड को लेकर पूरा प्लान पेश किया गया। इसके बाद बजट में भी इस रोड के लिए दो चरणों में प्रविधान हो गया।

दो फेज: डीपीआर 14.7 किमी, बजट 829 करोड़ः हनुमान बांध से जीवाजी गंज, छप्पर वाला पुल, फूलबाग और हजीरा होते हुए ट्रिपल आइटीएम के पास पहुंचने वाली इस एलिवेटेड रोड प्रोजेक्ट की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट 829 करोड़ की तैयार की गई है। इसकी कुल लंबाई 14.7 किमी रखी गई है। सीधे एक बार में इतना बड़ा बजट जारी नहीं किया जा सकता इसलिए इसे दो फेज में बनाया गया है। पहला फेज फूलबाग से ट्रिपल आइटीएम तक है और दूसरा फेज हनुमान बांध से फूलबाग तक रहेगा। एलिवेटेड रोड चार मुख्य जगहों से कनेक्ट होगी और पैदल चलने वालों के लिए भी मार्ग इसमें रहेगा। फूलबाग से ट्रिपल आइटीएम तक पहुंचने वाले पहले फेज की डीपीआर 441 करोड़ की तैयार कर भोपाल भेज दी गई है।

प्रशासकीय स्वीकृति के बाद टेंडरः एलिवेटेड रोड के पहले फेज की डीपीआर सबमिट होने के बाद अब प्रशासकीय स्वीकृति का इंतजार रहेगा। प्रशासकीय स्वीकृति मिलते ही टेंडर काल किए जाएंगे। टेंडर में जो कंपनी आएगी वह काम शुरू करेगी। एलिवेटेड रोड की कंसल्टेंट कंपनी भोपाल की नक्शाकार कंपनी है।

टेंडर निकलते ही 30 माह का प्रस्तावित समयः एलिवेटेड रोड का पहला चरण टेंडर निकलने के बाद करीब 30 माह लेगा। पीडब्ल्यूडी ने यह आकलित समय निकाला है। अब इसकी प्रशासकीय स्वीकृति जल्द मिल जाए तो आगे की प्रक्रिया शुरू होगी। वहीं इतना ही समय दूसरे फेज में भी लगेगा।

वर्जन-

ग्वालियर के एलिवेटेड रोड प्रोजेक्ट की 441 करोड़ की डीपीआर फाइनल कर भोपाल भेज दी गई है। यह पहले फेज की डीपीआर है जिसके लिए अब प्रशासकीय स्वीकृति का इंतजार है। स्वीकृति मिलते ही टेंडर निकाले जाएंगे।

मोहर सिंह जादौन, कार्यपालन यंत्री, पीडब्ल्यूडी, सेतु संभाग, ग्वालियर