चेतावनी बिंदु के करीब पहुंचा जलस्तर, बिठूर में ब्रह्मा खूंटी डूबी, अलर्ट जारी
कानपुर: जलस्तर में लगातार बढ़ोत्तरी जारी है।लौटते हुए मानसून ने कानपुर में बाढ़ का खतरा पैदा कर दिया है। पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही बारिश से नरौरा और हरिद्वार से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। इसके चलते कानपुर में गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु 113 मीटर तक पहुंच गया है। वहीं बिठूर में ब्रह्मावर्त घाट पर ब्रह्म खूंटी गंगा में डूब चुकी है। वहीं गंगा किनारे तटवर्ती गांवों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है।गंगा का जलस्तर बढ़ने से बैराज के सभी गेट खोल दिए गए हैं।किसानों की बढ़ी चिंताखूटी के डूबने से कटरी इलाके के गांव के किसानों की चिंता बढ़ गई है। अगर पानी और बढ़ा तो कोहना और नवाबगंज क्षेत्र के कटरी में गंगा किनारे के बगीचों और सब्जी के खेतों में पानी भरना शुरू हो जाएगा। गंगा बैराज पर अपस्ट्रीम का जलस्तर समुद्र तल से 113 मीटर और डाउन स्ट्रीम पर 112.32 मीटर रहा है। बैराज के सभी गेट खुले हैं। डाउन स्ट्रीम में 72050 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।मंदिर में डूबी ब्रह्मा खूंटी। मंदिर में अब भी पहुंच रहे हैं भक्त।लगातार आ रहे हैं भक्तपहाड़ी व मैदानी इलाकों में हो रही बारिश के चलते गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है। सोमवार को जलस्तर बढ़ने से बिठूर के ब्रह्मावर्त घाट स्थित ब्रह्माखूटी डूबी रही। ब्रह्मावर्त नवजीवन सेवा समिति के सचिव आशुतोष द्विवेदी ने बताया कि भक्तों के आने का सिलसिला अब भी जारी है।चेतावनी बिंदु से 88 सेंटीमीटर दूरशुक्लागंज में गंगा का जल स्तर चेतावनी बिंदु 112 मीटर से 88 सेंटीमीटर दूर है। वहीं, गंगा के किनारे से मोहल्लों व गांवों के लोग बाढ़ की आशंका से सहमे हैं। लोगों का कहना है कि कटान तेजी से हो रही है। मोहल्ला गोताखोर और चंपापुरवा कटरी क्षेत्र में गंगा की पानी घुसने लगा है। गंगा बैराज के सभी 30 गेट खोल दिए गए हैं।पांडु नदी में भी पानी बढ़ने चिंता बढ़ीउधर पांडु नदी का भी जलस्तर बढ़ने से लोगों की चिंता बढ़ गई है। आसपास की बस्तियों में पानी घुसने लगा है। जलस्तर और बढ़ा तो मुसीबतें बढ़ जाएंगी।