ताबड़तोड़ छापेमारी कर डेढ़ क्विंटल छेना की मिठाई कराई नष्ट
बुलंदशहर: बुलंदशहर में मिलावटखोरों के खिलाफ अभियान चलाया गया। बुलंदशहर में मिलावटखोरी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए सिटी मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने डेढ़ क्विंटल छेना की मिठाई को नष्ट कराया है। बताया जा रहा है कि अंसारी रोड स्थित एक मशहूर मिठाई विक्रेता के यहां रखी मिठाई से दुर्गंध उठ रही थी। इसके चलते अधिकारियों ने तत्काल मिठाई को नष्ट कराया।जिले के विभिन्न क्षेत्रों से 15 अन्य खाद्य पदार्थों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे हैं। त्योहारों के नजदीक आते ही मिलावटखोर सक्रिय हो गए हैं। डीएम सीपी सिंह के निर्देश पर बुधवार को सिटी मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी अनिल कुमार सिंह व अन्य खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की टीम ने कार्रवाई की। टीम ने कार्रवाई करते हुए नगर के तीन प्रसिद्ध मिठाई विक्रेताओं के यहां से मिठाइयों के सैंपल लिए।बुलंदशहर में मिलावटखोरों के खिलाफ अभियान चलाया गया।छेना रसगुल्ला और खोया का लिया सैंपलइस दौरान नगर के अंसारी रोड स्थित बाबूलाल स्वीट्स के यहां से बरामद दो क्विंटल मिलावटी छेना मिठाई को तत्काल नष्ट कराते हुए छेना रसगुल्ला और खोया का सैंपल लिया। जबकि साठा क्षेत्र स्थित भंडार के यहां से खोया, अस्पताल रोड स्थित स्वीट्स की दुकान से छेना रसगुल्ला का सैंपल लिया, जबकि अनूपशहर के गांव जिरौली स्थित मिठाई विक्रेता के यहां से छेना, डिबाई के गांव सूरजपुर मखैना से मोटी नमकीन, औरंगाबाद में खोया, मालागढ़ में पेठा, गुलावठी से बेसन के लड्डू, ककोड़ से बंगाली मिठाई, वैर बादशाहपुर से बेसन लड्डू, अनूपशहर से पेठे के दो और जहांगीराबाद से बर्फी का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा है।अधिक चमकीली मिठाई से करें परहेजसिटी मजिस्ट्रेट मीनू राणा ने बताया कि खाद्य सुरक्षा विभाग की प्रभारी और सिटी मजिस्ट्रेट मीनू राणा ने लोगों से अपील की है कि अधिक चमकीली मिठाई के सेवन से परहेज करें। क्योंकि खाद्य रंग एक निर्धारित मात्रा में खाने पर ही लोगों के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव नहीं डालते हैं। उन्होंने विभाग की टीम को भी आदेश दिए कि अधिक रंग डालकर मिठाइयों को चमकीली बनाने वाले व्यापारियों के खिलाफ कार्रवाई करें। बुधवार को जिलेभर में अभियान चलाकर कुल 15 सैंपल लिए गए हैं। नगर के अंसारी रोड स्थित एक मिठाई विक्रेता के यहां से डेढ़ क्विंटल छेना बरामद हुआ, जांच के दौरान यह ठीक नहीं लग रहा था। इसके चलते उसे मौके पर नष्ट कराया गया है। कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।