इलाज की बजाये,बहाने से घर भेजा,परिजनों का प्रर्दशन
लुधियाना: पंजाब के जिला लुधियाना में पुलिस लाइन्स स्थित Police DAV स्कूल के बाहर एक छात्रा के अभिवावकों ने स्कूल प्रबंधों खिलाफ रोष प्रदर्शन किया। छात्रा के पिता शरद सूद ने कहा कि उनकी बेटी शनाया सूद स्कूल में पहली कक्षा की छात्रा है। कल बेटी स्कूल में गई थी तो कक्षा में किसी सहपाठी से अचानक आंख में पेंसिल लग गई।स्कूल के बाहर धरना देते छात्रा के परिजन।पेंसिल लगने के बाद बच्ची दर्द से करहाने लगी। बच्ची का उपचार करवाने की बजाये कक्षा की अध्यापिका ने उसके घर फोन किया और परिजनों से कहा कि वह छात्रा को घर ले जाए उसकी आंख में हाथ लग गया है। छात्रा के परिजन उसे घर ले गए।बच्ची करीब 11 बजे घर पर सो गई जब वह 1.30 बजे उठी तो वह रोने लगी और मां से कहने लगी कि उसे सही से दिख नहीं रहा। छात्रा शनाया की माता ने तुरंत उसके पिता को फोन किया। बच्ची के पिता ने बताया कि उसे आंखों के माहिर डाक्टर के पास लेकर गए।बच्ची के पिता शरद ने बताया कि डाक्टर मुताबिक बच्ची की आंखे की पुतली फट चुकी है। उसकी आंख की रोशनी चली गई है। बच्ची का आपरेशन होगा। उन्होंने बताया कि कल करीब 2 घंटे बाद बच्ची का आपरेशन भी हो गया लेकिन अभी भी बच्ची की हालत सही नहीं है।छात्रा के पिता मुताबिक बच्ची का आपरेशन DMC करवाया गया है लेकिन हालत गंभीर है। अस्पताल के डाक्टर यही कह रहे कि आंख में पेंसिल लगने से बच्ची गंभीर चोटिल हो चुकी है। वहीं स्कूल प्रबंधकों ने बच्ची के पिता से कहा था कि वह बच्ची को डाक्टर के पास लेकर गए थे लेकिन परिजनों का आरोप है कि यदि वह डाक्टर के पास लेकर गए है तो उन्हें बताए कि किस डाक्टर के पास लेकर गए है।स्कूल प्रबंधकों की लापरवाही के कारण ही आज उनकी बेटी की आंख खतरे में है। शरद व समाज सेवक वरूण मेहता ने साथियों सहित स्कूल के बाहर प्रदर्शन किया। परिजनों ने आरोप लगाया कि कक्षा की अध्यापिका ने छात्रा से कहा कि घर पर जाकर न बताया कि आंख में पेंसिल लगी है। मौके पर ACP अशोक कुमार पहुंचे। पुलिस के उच्चाधिकारी के आश्वासन के बाद धरना हटाया गया।पुलिस ने परिजनों से 24 घंटे का समय मांगा है । ACP अशोक का कहना है कि सबसे पहले बच्ची की आंख बचाना जरूरी है। इस मामले में स्कूल प्रबंधकों का पक्ष जानना चाहा तो उन्होंने कुछ भी कहना से मना किया। वहीं पता चला है कि पुलिस परिवार पर मामला दर्ज न करवाने का दबाव बना रही है।