हमें कोई नियम लेकर अपना शेष जीवन व्यतीत करना चाहिएb
दमोह: शहर के श्री पारसनाथ मंदिर नेमी नगर में आचार्यश्री उदार सागर महाराज के सानिध्य में निर्वाण लाडू चढ़ाया गया। लाडू के पूर्व आचार्यश्री ने अपने मंगल प्रवचनों में कहा कि हमने ही अपने कर्मों का बंध किया है और हमें ही उसकी निर्जरा करनी होगी। कर्मों की निर्जरा के लिए हमें तप करना होगा। तप के बगैर कर्मों की निर्जरा संभव नहीं है। उन्होंने कहा हमें कोई नियम लेकर अपना शेष जीवन व्यतीत करना चाहिए। कम से कम रात्रि भोजन नहीं करना। बिना छना जल नहीं पीना एवं देव दर्शन प्रतिदिन करना। उन्होंने कहा आज हमारा चातुर्मास संपन्न हो चुका है।अब हम कहीं भी कभी भी यात्रा कर सकते हैं। इस दौरान समाज के सभी प्रबुद्ध वर्ग ने महाराजश्री से नमोस्तु करते हुए निवेदन किया कि पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर द्वारा नवंबर के तृतीय सप्ताह में संपन्न होने वाले समो शरण महा मंडल विधान में आप अपना ससंघ सानिध्य प्रदान करने आशीर्वाद प्रदान करें। जिससे समस्त समाज आपकी देशना का लाभ ले सके।