दो लोग हिरासत में, भारी मात्रा में अवैध हथियार और हथियार बनाने के उपकरण बरामद
आजमगढ़: यूपी एटीएस ने आजमगढ़ में छापेमारी कर दो संदिग्धाें को किया गिरफ्तार, भारी मात्रा में हथियार और उपकरण बरामद।यूपी का आजमगढ़ एक बार फिर सुर्खियों में है। जिले के बिलरियागंज थाना क्षेत्र के पतिला गौसपुर में देर रात यूपी एटीएस ने छापेमारी की। इस छापेमारी में पत्तीला गौसपुर के रहने वाले मैनुद्दीन और बिलरियागंज कस्बे के रहने वाले आफताब पुत्र फिरोज को उठाया गया है। इन आरोपियों के कब्जे से भारी मात्रा में अवैध हथियार और हथियार बनाने के उपकरण भी बरामद हुए हैं। इनके कब्जे से चार पिस्टल,10 एयरगन, एक बंदूक के साथ बड़ी संख्या में अर्धनिर्मित हथियार और दो बक्शे भरकर हथियार बनाने के उपकरण भी बरामद किए गए हैं।एयरगन को किया जाता है मॉडिफाईसूत्रों की मानें तो यहां बरामद की गई एयरगन को मॉडिफाई कर हथियार बनाया जाता है। इसके साथ ही इस काम को एक कारीगर इन आरोपियों की शह पर अंजाम देता था। सभी आरोपियों को चुपचाप एटीएस की टीम उठा ले गई। हालांकि इस बारे में कोई भी अधिकारी कुछ भी बोलने से इंकार कर रहा है। एटीएस के अधिकारी इन आरोपियों से पूछतॉछ में लगे हैं कि बड़ी संख्या में हथियारों को क्यों बनाया जाता था और इसका प्रयोग कहां किया जाना था। इसके साथ ही इस पूरे सिंडिकेट में और किन लोगों की संलिप्तता है जिनकी शह पर इन हथियारों के निर्माण का काम हो रहा था, सभी पहलुओं की जांच की जा रही है।अगस्त महीने में आजमगढ़ के आतंकी सबाउद्दीन की यूपी एटीएस ने की थी गिरफ्तारी, 15 अगस्त को धमाके की थी तैयारी।अगस्त महीने में हुई थी आतंकी सबाउद्दीन की गिरफ्तारीयूपी एटीएस की टीम ने जिले के मुबारकपुर में छापेमारी कर अगस्त महीन में आतंकी सबाउद्दीन को गिरफ्तार किया था। यूपी एटीएस ने उस समय जो बताया था उसके अनुसार सबाउद्दीन को IED बनाने की विधि व आवश्यक सामग्री बताई गई थीं, इसके साथ ही सबाउद्दीन का संपर्क ISIS रिक्रूटर अबू उमर से था। अबू उमर ने सोशल मीडिया से हैंड ग्रेनेड, बम व आईईडी बनाने की ट्रेनिंग दी। मुजाहिदीन संगठन तैयार कर भारत में इस्लामिक स्टेट स्थापित करने की प्लानिंग पर काम कर रहा था। ऐसे में जिस तरह से हथियारों की बरामदगी के साथ हथियार बनाने के जो उपकरण बरामद हुए निश्चित रूप से सुरक्षा एजेसिंयों के लिए चिंता का विषय है।