बंद हो चुके नोटों को तांत्रिक क्रिया से नए नोट में बदलने की योजना बना रहे थे आरोपित, गिरफ्तार
इंदौर। क्राइम ब्रांच ने मानपुर में हाइवे किनारे बने मुंशी ढाबे के पीछे से 376000 रुपये के पुराने बंद हो चुके 1000-500 के नोट के साथ पांच आरोपित अमृतलाल, भूपेन्द्र, लोकेश, करण और रोहित को गिरफ्तार किया है। क्राइम ब्रांच एएसपी गुरुप्रसाद पाराशर ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली थी कि मानपुर में पांच आरोपितों के पास भारत सरकार द्वारा बंद किए पुराने 1000 व 500 के नोट अपने पास रखे हुए हैं। उन नोटों को ये बदमाश नए नोटों में बदलने के लिए तांत्रिक क्रिया का सहारा ले रहे हैं। सूचना मिलते ही क्राईम ब्रांच की टीम ने मुखबिर के बताए स्थान पर दबिश दी।
मौके से आरोपित जिला खंडवा के पुनासा के 59 वर्षीय अमृतलाल पुत्र रामलाल यादव, जिला खंडवा ग्राम पंधाना निवासी 38 वर्षीय भूपेन्द्र पुत्र मोहन सिंह चौहान, जिला धार के 28 वर्षीय लोकेश पुत्र बद्री लाल जाट, जिला धार ग्राम छटिया के 38 वर्षीय करण पुत्र पिराजी और सलकनपुर के 20 वर्षीय रोहित पुत्र रमेश जाट को पकड़ा। आरोपितों की तलाशी ली तो उनके पास से पुराने नोट 1000 के 296 (296000 रुपये) और 500 के 160 (80000 रुपये) नोट बरामद हुए। क्राइम ब्रांच ने नोटों को कब्जे में ले लिया है।
आरोपितों ने कहानी बनाई
आरोपितों से जब पुराने बंद हो चुके नोट बरामद किए तो उन्होंने पहले तो कहा कि उनके पास ये नोट खुद के हैं। इन्हें वे नोट बंद होने के बाद बदल नहीं पाए, इसलिए बच गए थे। इसके बाद जब सख्ती से पूछताछ की तो तांत्रिक क्रिया से पुराने बंद नोटों को नए नोटों में बदलने की बात सामने आई। इनमें मुख्य आरोपित अमृतलाल तांत्रिक क्रिया करता है, उसी ने सभी से नोट बुलवाए थे और उन्हे नए नोटों में बदलने के लिए कहा था। क्राइम ब्रांच की टीम ने सभी को गिरफ्तार कर लिया है, आरोपितों से मामले में अभी पूछताछ चल रही है कि उन्होंने ये नोट कहां से एकत्रित किए हैं। साथ ही इसमें और कौन लोग शामिल हैं।