सराफा में एसोसिएशन का पहरा, सिर्फ थोक कारोबारियों को मिली एंट्री
इंदौर। ढाई महीने बाद सराफा बाजार में दुकानों के शटर खुले हैं। हालांकि सिर्फ चुनिंदा दुकानों और दुकानदारों को ही शटर उठाने की अनुमति मिली। इस दौरान ग्राहकों को आने और बुलाने की अनुमति नहीं थी। बाजार से व्यापार भी नहीं हुआ। लंबे समय बाद व्यापारियों को अपने जरूरी कामकाज निपटाने के लिए बाजार में आने की अनुमति दी गई।
प्रशासन ने चार घंटे तक थोक व्यापारियों को सराफा में कामकाज की अनुमति दी थी। अनुमति के बाद चांदी-सोना-जवाहरात व्यापारी एसोसिएशन ने सुबह नौ बजे से दोपहर एक बजे तक व्यापारियों को बाजार में आकर अटके काम निपटाने के निर्देश दिए। सराफा व्यापारी एसोसिएशन के उपाध्यक्ष बसंत सोनी के अनुसार बाजार में रिटेल दुकानदारों को आने की अनुमति नहीं थी। सिर्फ 50 से 60 होलसेल और सेमी होलसेलर्स हैं। उन्हें ही बाजार में आने की अनुमति थी
बाजार में सिर्फ सराफा थाने के पास से प्रवेश था। बाकी रास्ते बंद कर दिए गए थे। एंट्री पर एसोसिएशन के सदस्य तैनात थे। होलसेल व्यापारियों की पहचान के बाद उनकी रजिस्टर में एंट्री कर उन्हें जाने दिया गया। सोनी के अनुसार ढाई महीने पहले अचानक बाजार बंद कर दिया गया था। तब प्रशासन ने सिर्फ दो दिन के साप्ताहिक लाकडाउन का कहा था। ऐसे में व्यापारियों को समय नहीं मिला था। जल्दबाजी में दुकानें बंद कर गए थे। कइयों को स्टाक को सुरक्षित रखना था। बारिश में चांदी काली पड़ने लगती है। चांदी को सुरक्षित रखना था। साथ ही जीएसटी जमा करना। बही खाते लेना जैसे कुछ जरूरी काम थे। कुछ व्यापारियों को स्टाक दुकानें से निकालना था। ऐसे थोक व्यापारी आज बाजार आए थे।
सभी बाजार खुलें
अहिल्या चेंबर के उपाध्यक्ष इसहाक चौधरी ने व्यापारियों के साथ सांसद शंकर लालवानी से मुलाकात की। व्यापारियों ने मांग रखी कि अब सभी बाजारों और सभी दुकानों को खोलने की अनुमति दी जाना चाहिए। व्यापारी अब हताश हो चुके हैं। लोगों को भी सिर्फ किराने की ही नहीं कपड़ों से लेकर अन्य वस्तुओं की भी जरूरत हैं। ऐसे में अब भेदभाव नहीं करना चाहिए। व्यापार हमेशा के लिए बंद नहीं रखा जा सकता।