भू-माफियाओं के निशाने पर रिकॉर्ड रूम, ट्रक भरकर चुरा ले गए जमीन संबंधी दस्तावेज
ग्वालियर मध्य प्रदेश के ग्वालियर में मोती महल के अभिलेखागार से जमीन के प्रकरण संबंधित दस्तावेजों की चोरी हो गई है। हैरान करने वाली बात यह है कि यहां से 2-4 फाइलें नहीं, बल्कि पूरा का पूरा ट्रक भर के जमीनों के प्रकरण संबंधी रिकॉर्ड रातों-रात गायब हो गए। यहां पहले भी चोरियां होती रही हैं, इसके बावजूद प्रशासन गंभीर नजर नहीं आ रहा।
जानकारी के मुताबिक, ग्वालियर के मोती महल परिसर में बने अभिलेखागार यानी राजस्व रिकॉर्ड रूम से जमीन के प्रकरण संबंधी महत्वपूर्ण दस्तावेज चोरी हो गए हैं। इसकी जानकारी तब मिली जब अभिलेखागार के कर्मचारी सुबह दफ्तर पहुंचे। वहां उन्हें रिकॉर्ड रूम के हॉल का ताला टूटा मिला। जब अंदर जाकर देखा तो जिन कपड़ों में दस्तावेजों की फाइलें बांधकर और उन पर प्रकरण का क्रमांक और स्थान का नाम लिखा होता है, वे पूरे हॉल में बिखरे पड़े थे और दस्तावेजों के बड़े बड़े बंडल गायब थे। अभिलेखागार में पदस्थ कर्मचारियों का कहना है कि सुबह यहां ट्रक के पहियों के निशान देखे गए थे। इसके पहले अभिलेखागार का हॉल जमीन के दस्तावेजों से भरा हुआ था, जो अब खाली हो गया है। इस रिकॉर्ड रूम में सन 1940 से लेकर अब तक के जमीन की रिकॉर्ड रखे जाते हैं।
पहले भी होती रही है चोरियां
इस राजस्व रिकॉर्ड रूम में उन तमाम मामलों के दस्तावेज रखे हैं जो न्यायालय में विचाराधीन हैं, नामांतरण की प्रक्रिया में उलझे हुए हैं या फिर कोई बड़ा संपत्ति विवाद है। पहले यहां खसरा-खतौनी भी रखे होते थे, लेकिन अब केवल प्रकरण संबंधी दस्तावेज ही रखे जाते हैं। यह कोई पहली बार नहीं है जब इस राजस्व रिकॉर्ड रूम से दस्तावेजों की चोरी हुई है, इससे पहले भी 15 जनवरी 2019 और 18 सितंबर 2021को चोरी हुई थी।
‘अब हो रही सुरक्षाकर्मी तैनात करने की तैयारी’
इससे पहले जो चोरी हुई थी वह जनरल रिकॉर्ड रूम से की गई थी वहां से भी दस्तावेजों को किसी बड़े वाहन में चोरी करके ले जाया गया। बार-बार दस्तावेजों की चोरी हो रही है बावजूद इसके प्रशासन ने इसे गंभीरता से नहीं लिया, हालांकि पड़ाव थाना पुलिस में मामला दर्ज जरूर करा दिया है लेकिन किसी भी चोरी के बाद अभिलेखागार कार्यालय में ना तो सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए और ना ही किसी कर्मचारी की नाइट शिफ्ट में ड्यूटी लगाई गई। अभिलेखागार के प्रभारी एसडीएम यूनुस कुरैशी का कहना है कि अब वहां सुरक्षाकर्मी तैनात करने की तैयारी की जा रही है। विपक्ष ने सरकार पर दस्तावेज गायब होने पर जमीनों में हेराफेरी के आरोप भी लगाए हैं। अभिलेखागार के कर्मचारियों का कहना है कि उन्होंने कई बार जिला प्रशासन से सुरक्षाकर्मी तैनात करवाने की मांग भी की है लेकिन इसे किसी ने गंभीरता से नहीं लिया।