भोपाल में कोरोना कर्फ्यू के दौरान नहीं बढ़े सब्जी के दाम, फल हुए महंगे
भोपाल। राजधानी भोपाल में लॉकडाउन-1 के मुकाबले लॉकडाउन-2 (कोरोना कर्फ्यू) में किराना समेत अन्य वस्तुओं की जमाखोरी के चलते भले ही कीमतें बढ़ी हों, लेकिन सब्जियों के दाम सामान्य बने हुए हैं। गत वर्ष हुए लॉकडाउन की तुलना में इस बार सब्जी के दाम 20 से 30 फीसद तक कम हैं। शुरुआत में दाम थोड़ा बढ़े थे, लेकिन बाद में कम हो गए। इसकी वजह यह है कि उत्पादन खूब हुआ है। परिवहन बंद न होने से मंडी में आवक तो है, लेकिन कोरोना कर्फ्यू के कारण मांग लगातार कम बनी हुई है। आलू और प्याज 20 रुपए प्रतिकिलो मिल रहे हैं और हरी सब्जी के दाम भी सामान्य हैं। नींबू के दाम जरूर ज्यादा हैं। दस के दो नींबू मिल रहे हैं। गत वर्ष अप्रैल में नींबू 30 से 40 रुपये प्रतिकिलो था, जो वर्तमान में 80 रुपये किलो बना हुआ है। सब्जी के थोक व्यापारी मोहम्मद सलीम ने बताया कि महाराष्ट्र के साथ ही प्रदेश के खंडवा और छिंदवाड़ा से तरबूज की अच्छी आवक हो रही है। इसी प्रकार छिंदवाड़ा और बड़वानी से खरबूजा की आवक शुरू होने से दाम कम हुए हैं। बड़वानी की धारीदार शकरपट्टी 18 से 20 रुपये प्रतिकिलो बिक रही है।
सेब-संतरा पहुंच से बाहर
फलों की बात करें तो सेव, संतरा, अंगूर, अनार के दामों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। फलों के थोक व्यापारी इकराम कुरैशी ने बताया कि कम उत्पादन और मंडी की समस्या होने से ऐसा हो रहा है। कोरोना कर्फ्यू के बाद सप्ताह में तीन दिन थोक मंडी लगाने के आदेश जिला प्रशासन से मिले हैं। इसके लिए ईंटखेड़ी में अस्थाई मंडी घोषित की गई है, लेकिन यहां भी कई प्रकार की दिक्कतें हैं। पुलिस वाले कभी भी खदेड़ देते हैं, इसलिए व्यापारी ज्यादा माल नहीं मंगा रहे हैं। आम के रेट अभी स्थिर हैं। अनुमान है कि 15 मई के बाद आवक बढ़ने से राहत मिलेगी।
सब्जी दाम
टमाटर 10 रु. प्रतिकिलो
भिंडी 20 रु. प्रतिकिलो
करेला 25 रु. प्रतिकिलो
अदरक 25 रु. प्रतिकिलो
गिलकी 20 रु. प्रतिकिलो
खीरा 15 रु. प्रतिकिलो
फल दाम
केला 30 रुपए दर्जन
आम 60 रु. प्रतिकिलो
सेव 250 रु. प्रतिकिलो
अंगूर 150 रु. प्रतिकिलो
अनार 200 रु. प्रतिकिलो
संतरा 180 रु. प्रतिकिलो