100 वर्षीय बुजुर्ग ने दी कोरोना को मात, स्वस्थ होकर लौटे अपने घर
मंडलेश्वर (खरगोन)। सकारात्मक इच्छाशक्ति के जरिये इंसान बड़ी से बड़ी समस्या से निजात पा सकता है। इसी जीवटता को नार्मदीय ब्राह्मण समाज के 100 वर्षीय बद्रीप्रसाद केशरे ने साबित किया है।
गत 15 अप्रैल को केशरे का स्वास्थ्य खराब हुआ था। स्वास्थ्य केंद्र में कोरोना की जांच करवाने के बाद रिपोर्ट पाजिटिव आई थी। केशरे ने प्रबल इच्छाशक्ति से कोरोना को हराया। वे स्वस्थ होने के बाद अपने घर लौटे। वार्ड क्रमांक छह के सचिन पाटीदार ने बताया कि पत्नी के निधन के बाद केशरे एकाकी जीवन जी रहे हैं। भोजन बनाने के लिए एक महिला आती है। बाकी मोहल्लेवाले उनकी देखभाल करते हैं। उनके पुत्र भोपाल-इंदौर में निवास कर रहे हैं। पुत्रों ने केशरे को अपने साथ ले जाने की कोशिश की, परंतु उनके नगर के प्रति प्रेम ने जाने नहीं दिया।
मोहल्लेवासियों ने किया स्वागत
केशरे के स्वस्थ होकर घर आने पर मोहल्लेवासियों ने पुष्पहार से उनका स्वागत किया। नगर परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि मनोज शर्मा ने कहा कि केशरे नगर के सबसे वरिष्ठ नागरिक हैं। उन्होंने कोरोना को हराकर संदेश दिया कि दृढ़ इच्छाशक्ति के माध्यम से ही इस अदृश्य शक्ति से लड़ाई जीती जा सकती है।
नार्मदीय ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष बालकृष्ण डोंगरे व समाजसेवी डा. विनोद उपाध्याय ने बताया कि केशरे ने कोरोना पीड़ितों के लिए एक मिसाल कायम की है। उनकी जीवटता ने अन्य लोगों के सामने उदहारण प्रस्तुत किया है। इस दौरान चैतन्य पटवारी, नितिन पाटीदार, सचिन पाटीदार आदि मौजूद थे।