कोविड सहायता केंद्रों पर नहीं पहुंची दवाएं
ग्वालियर। कोरोना को हराने के लिए वितरित किए जाने वाला काढ़ा शनिवार को भी क्षेत्रीय कार्यालयों में बनाए गए कोविड सहायता केंद्रों पर नहीं पहुंचा है। वहीं अन्य दवाएं भी अस्पताल से इन सहायता केंद्रों पर नहीं पहुंची हैं। इसके चलते वहां पर आने वाले मरीजों को दवाएं नहीं मिल रही हैं
किल कोरोना अभियान के तहत नगर निगम के 25 क्षेत्रीय कार्यालयों को कोविड सहायता केंद्र बनाया गया है। इन सहायता केंद्रों पर मरीजों को परामर्श देने के लिए डॉक्टरों की भी व्यवस्था की गई है। इन सहायता केंद्रों पर मरीजों को उनके लक्षण के अनुसार दवाएं वितरित की जानी हैं। साथ ही काढ़ा भी वितरित किया जाना है। फिलहाल काढ़ा आयुर्वेदिक महाविद्यालय के बाहर ही वितरित किया जा रहा है। वहीं मरीजों को वितरित करने के लिए दवाएं भी जिला अस्पताल से आनी थीं, जो अभी तक नहीं पहुंची हैं। इसके कारण वहां पर परामर्श के लिए आने वाले लोगों को डॉक्टर उनकी बीमारी के लक्षणों के अनुसार बाहर की दवाएं दे रहे हैं। इस मामले में निगमायुक्त शिवम वर्मा का कहना है कि दवाएं व काढ़ा आ गया है, जिनका वितरण साेमवार से शुरू कर दिया जाएगा।
3000 काढ़े के पैकेट आए, लेकिन नहीं पहुंचे कार्यालयों परः आयुष विभाग से लोगों को बांटने के लिए 3000 काढ़े के पैकेट आए हैं, लेकिन यह पैकेट अभी तक क्षेत्रीय कार्यालयों पर नहीं पहुंचे हैं। इसके कारण वहां पर आने वाले लोगों को काढ़े का वितरण नहीं हो पा रहा है।
लाेग पहुंचने लगे काेविड सहायता केंद्रः कोविड सहायता केंद्र खुलने के बाद शनिवार को नगर निगम के क्षेत्रीय कार्यालयों पर लोगों का पहुंचना प्रारंभ हो गया है। हालांकि अभी लोग काफी कम संख्या में पहुंच रहे हैं, लेकिन जोनल अधिकारियों के अनुसार जैसे-जैसे लोगों को पता चलता जाएगा, यहां पर आने वालों की संख्या भी बढ़ती जाएगी।
घनी आबादी में हैं जोनल आफिसः नगर निगम के जोनल आफिस अधिकांश घनी बस्तियों में हैं। जिससे इन तक लोगों की पहुंच आसान है, लेकिन इसका प्रचार प्रसार नहीं होने के कारण बहुत ही कम लोगों को इनकी जानकारी है।
सहायता केंद्रों का सांसद ने किया निरीक्षणः 25 क्षेत्रीय कार्यालयों पर बनाए गए कोरोना सहायता केंद्रों का सांसद विवेक नारायण शेजलवकर ने निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने चिकित्सकों से भी चर्चा की। इन कोरोना सहायता केंद्रों का उद्देश्य है कि मरीजों को भीड़ भाड़ वाली जगहों पर जाने की अपेक्षा घराें के पास ही उपचार मिल जाए। इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष कमल माखीजानी आदि उपस्थित थे।