बारिश से टूटी किसानों की कमर, रबी धान फसल खराब
धमतरी। पिछले तीन-चार दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश ने किसानों की कमर तोड़ दी है। जमीन पर गिरे धान फसल, करपा, बीड़ा व खलिहानों में रखे धान भींग गए हैं। लगातार बारिश होने से धान के पौधों व धान में अंकुरण आना शुरू हो गया है।
इससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है। कटाई-मिंजाई पूरी तरह से प्रभावित है, लेकिन बारिश का सिलसिला थम नहीं रही है। इससे किसानों की धड़कने बढ़ गई है। वहीं, गर्मी के इस मौसम में बरसात की तरह लगातार बारिश होने से जनजीवन प्रभावित है।
मई में पड़ने वाले भीषण गर्मी के इस मौसम में पिछले चार दिनों से रुक-रुक कर बारिश का सिलसिला जारी है। जिससे जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित है। मंगलवार सुबह मौसम खराब होने के साथ करीब एक घंटे से अधिक समय तक झमाझम बारिश हुई। वहीं तेज गर्जना जारी है। आसमान पर बादल छाया हुआ है।
हालांकि यह बारिश लाकडाउन के लिए वरदान साबित हुई है। लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं। सड़कों व गलियों में सन्नाटा है। वहीं, खराब मौसम का विपरीत असर लोगों की सेहत पर पड़ने लगा है। कई लोग सर्दी, खांसी, बुखार जैसे मौसमी बीमारी से अब परेशान है, ऐसे में कोरोना संक्रमण का खतरा फिर मंडराने लगा है।
खेतों में भरा पानी, धान भींगे
अंचल में लगातार हो रही बारिश से रबी धान फसल पानी में भींग गई। किसान कामदेव साहू, गीतेश कुमार, रामकुमार, किशोर साहू ने बताया कि इस बारिश ने किसानों की कमर तोड़कर रख दिया। खेतों में तैयार रबी धान फसल पानी में भीग गए। जमीन पर गिरे धान, करपा, बीड़ा व खलिहानों पर रखे धान भीगने से अंकुरित होने लगे हैं। इससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है। जमीन पर पानी होने से कटाई-मिंजाई बंद है। कई किसान फसल बचाने खेतों में भरे पानी से फसल को निकाल रहे हैं। इस साल रबी सीजन में बेमौसम बारिश से किसानों को भारी नुकसान हुआ है।