एसआइ की माैत के मामले में पनिहार का रास्ता पूछने वाले ट्रक चालक पर संदेह
ग्वालियर। बिलौआ इलाके की सीमा में आने वाले सिकरौदा तिराहा पर झांसी रोड थाना के सब इंस्पेक्टर जगदीश गुप्ता की मौत के मामले में पुलिस काे एक पता पूछने वाले ट्रक पर संदेह है। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के रूट क्लियरेंस के लिए वे निकले थे और सिकरौंदा तिराहा पर इंतजार कर रहे थे,यहीं एक ट्रक उनके पास आकर रूका, यह पता चला है। ट्रक चालक ने पूछा कि पनिहार जाने के लिए कौन सी रोड है और जो है वो खुली है या नहीं। इसके बाद ट्रक चालक ट्रक बैक करने लगा,इसी बीच हादसा होने का संदेह है। जगदीश गुप्ता के स्वजन को यह इनपुट मिला है,जिसकी पुष्टि पुलिस को करना है। वहीं पुलिस इस मामले में ट्रक नंबर कुछ भी पता नहीं कर पाई है। पुलिस पहले परिवार को फरियादी बनाने पर आमादा थी लेकिन स्वजन के इंकार के बाद खुद फरियादी बनी।
ज्ञात रहे कि झांसी रोड थाना में पदस्थ एसआइ जगदीश गुप्ता रविवार को वीआइपी रूट क्लियरेंस के लिए थाने से निकल थे। पांच एसएएफ के जवान उनके साथ थे और सभी को अपने-अपने प्वाइंट पर छोड़ते हुए एसआइ सिकरौदा चौराहा पहुंचे। हादसा रात 8:50 से 9 बजकर 5 मिनट के बीच हुआ। सूचना मिली कि ट्रक ने एसआइ जगदीश गुप्ता को कुचल दिया है। मौके पर पुलिस पहुंची तो देखा उनके सिर से भारी वाहन का पहिया निकला था।
रात 8:42 बजे तक छोटे भाई तहसीलदार नरेश गुप्ता से हो रही थी बातः हादसे में जान गंवाने वाले एसआइ जगदीश गुप्ता के छोटे भाई तहसीलदार नरेश गुप्ता हैं, जो मुरार में तहसीलदार पदस्थ रह चुके हैं। रविवार को 8 बजकर 37 मिनट पर तहसीलदार नरेश गुप्ता की बड़े भाई जगदीश गुप्ता से बात हो रही थी और यह बातचीत 8 बजकर 42 मिनट तक चली। एसआइ जगदीश बोल रहे थे कि वे सिकरौदा तिराहा पर हैं। गृहमंत्री निकल चुके हैं और पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के रूट क्लियरेंस के लिए डयूटी हैं। इसी दौरान जगदीश गुप्ता को एक परिचित भी मिले थे, जिनसे जमीन को लेकर कुछ बात हुई थी। हादसा 8 बजकर 50 मिनट से लेकर 9 बजकर 5 मिनट पर हुआ।
अफसोस: ट्रक का पता नहीं कर पा रही पुलिसः झांसी रोड थाना में पदस्थ एसआइ जगदीश गुप्ता की मौत के बाद पुलिस ने कतई गंभीरता नहीं दिखाई है। सिर्फ नक्शा ही अभी तक बना सकी है। पहले तो अकेले उनकी डयूटी लगने की चूक हुई और इसके बाद अभी तक ट्रक का नंबर तो छोड़िए यह तक पुष्टि नहीं हुई कि ट्रक ही था या कोई और वाहन।