किन हालात में मोहम्मद आमिर ने लिया था संन्यास? बोले- नहीं करना चाहता खुलासा, दास्तां काफी भयावह
लाहौर। पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर ने कहा है कि उन्होंने किन हालात में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट छोड़ा उसका वे खुलासा नहीं करना चाहते। क्योंकि इसके पीछे की दास्तां काफी भयावह है। बता दें कि अमीर को करियर की शुरुआत में स्पॉट फिक्सिंग के आरोप में पांच साल के लिए प्रतिबंधित किया गया था। सोमवार को उन्होंने कहा कि अपने प्यारे देश के लिए खेलने से रिटायर होना कोई आसान कदम नहीं है। मैं इस फैसले के बारे में बहुत सोचा और अपने करीबी लोगों से बात की और उसके बाद ही मैं इस फैसले पर पहुंचा।’
आमिर ने कहा, ‘अगर मैं विस्तार से इसके बारे में बताऊंं और उन सभी अध्यायों को फिर से खोलूं तो यह काफी भयावह होगा। मुझे आशा है कि हमारे खिलाड़ियों, विशेषकर युवाओं को भविष्य में उन चीजों का सामना नहीं करना पड़ेगा, जो मुझे झेलना पड़ा। मैं नहीं चाहता कि हमारे युवा खिलाड़ी निराश हो जाएं और अपने करियर का बलिदान दे दें, जैसे मैंने किया था।’
आमिर ने 2019 में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया और 2020 के अंत में सभी प्रारूपों को अलविदा कह दिया। उनके इस फैसले से पूरे क्रिकेट जगत में सनसनी मच गई। वहीं आमिर के आलोचकों ने कहा कि उन्होंने अपने देश के लिए खेलने के बजाय फ्रेंचाइज़ी लीगों को प्राथमिकता दी। पूर्व गेंदबाज ने 36 टेस्ट, 61 वनडे और 50 टी 20 इंटरनेशनल मैच खेले और 259 विकेट लिए। उन्होंने कहा कि देश के लिए खेलेते हुए उन्हें वह सम्मान नहीं मिल रहा था,जिसके वह हकदार थे।
आमिर ने कहा, ‘मेरे लिए जो सबसे ज्यादा मायने रखता है वह है सम्मान और मैंने महसूस किया कि मुझे वह सम्मान नहीं मिल रहा है, जिसके मैं हकदार था। इसीलिए मैंने संन्यास लेने का निर्णय लिया। पाकिस्तान क्रिकेट को चलाने वाले लोगों के पास करने के लिए अपना काम है। उनपर कुछ ज़िम्मेदारी है और उन्हें निर्णय लेन हैं। मेरे पास आगे बढ़ने के लिए मेरा करियर है। इसलिए हम सभी को आगे बढ़ना चाहिए। अभी मैं अपने जीवन से खुश हूं।’