दलालों ने यात्रियों के हक के 1.7 करोड़ कीमत के 15 हजार अवैध टिकट खरीदे, आरपीएफ ने पकड़ा
भोपाल। लोग कोरोना से जूझ रहे हैं। जान गंवानी पड़ी रही है। ऐसे समय में एक से दूसरे शहरों में आने जाने के सीमित संसाधनों से जूझना पड़ा है। खासकर लॉकडाउन अवधि में बहुत फजीहत हो रही है। टैक्सीवाले मनमाना किराया वसूल रहे हैं। ऐसे में एकमात्र सहारा ट्रेन ही है लेकिन ट्रेनों में भी दलाल सक्रिय है जो तरह तरह के हथकंडे अपनाकर जरूरतमंद यात्रियों के हक के टिकट खुद खरीद लेते हैं और फिर उन्हें कई गुना दामों में दूसरे यात्रियों को बेच देते हैं। रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स यानी आरपीएफ ने बीते एक साल में 15270 अवैध टिकट पकड़े हैं। इनकी कीमत 1.7 करोड़ रुपये हैं। भोपाल, जबलपुर और कोटा रेल मंडल में ये टिकट 102 दलालों ने खरीदे थे। सभी दलालों को जेल की हवा खानी पड़ी है। इसके अलावा रेलवे ने अन्य आपराधिक मामलों में भी कार्रवाई की है।
दलाल ऐसे बनवा लेते थे टिकट
— आइआरसीटी पर फर्जी नाम से आईडी बनाकर टिकट खरीदते थे और उन्हें आम यात्रियों को अधिक कीमत में बेच देते थे।
— तत्काल टिकट की लाइन में आम यात्रियों की जगह अपने लोग खड़े करवा देते थे और खरीदे गए टिकटों को अधिक दाम में बेचते थे।
— दलालों द्वारा कम्प्यूटर में छेड़छाड़ करके भी टिकट पर पहले कब्जा कर लिया जाता था।
डब्ल्यूसीआर ने इन अपराधों में भी की कार्रवाई
अपराध———गिरफ्तारी/प्रकरण दर्ज———राशि बरामद
टिकटों का अवैध व्यापार———206 गिरफ्तार————1,88,999
रेलवे परिसर में गंदगी फैलाना———836 गिरफ्तार ————— 4,47,135
तंबाकू खाकर थूकना——— 2654 पर कार्रवाई———5,30,800
रेल सम्पत्ति चोरी————551 को पकड़ा————39,94,561
ट्रेन परिचालन बाधित करना———1239 गिरफ्तार————8,15,945
अवैध रूप से खाना बेचना———2503 गिरफ्तार————22,19,399
आरपीएफ ने ये काम भी किए
224 लावारिस को परिवार से मिलाया व चाइल्ड लाइन पहुंचाया
भोपाल, जबलपुर व कोटा रेल मंडल के स्टेशनों पर आरपीएफ को एक साल में 224 बच्चे लावारिस मिले थे। इन बच्चों को आरपीएफ ने उनके परिवार से मिलवाया। जिन बच्चों के परिवार नहीं मिले, उन बच्चों को चाइल्ड लाइन के सुपुर्द किया।
सामान चोरी करते 15 को पकड़ा
यात्रियों के सामान की चोरी करने वाले 15 लोगों को आरपीएफ ने पकड़ा। ऐसे मामलों में आरपीएफ कार्रवाई नहीं कर सकती, इसलिए ये प्रकरण जीआरपी को दिए गए
1284 शिकातयों को तुरंत सुना
आरपीएफ ने रेलवे के टोल फ्री नंबर 1396 पर आने वाली शिकायतों को तुरंत सुनकर 1284 लोगों को जरूरी राहत दी है। ये शिकायतें भोपाल, कोटा व जबलपुर रेल मंडल के स्टेशनों से जुड़ी थी।
यह भी किया
– आरपीएफ के जवानों ने ड्यूटी के दौरान प्लेटफार्मों व ट्रेनों में 14 लोगों की विपरित स्थितियों में जान बचाई।
– 21 यात्रियों व गर्भवती महिलाओं को होने वाली परेशानियों को कम करने में मदद की।
पश्चिम मध्य रेलवे के भोपाल, कोटा व जबलपुर रेल मंडल में आरपीएफ ने अपराधों को रोकने में गंभीरता दिखाई है। जिसका नतीजा है कि 15270 अवैध टिकट पकड़े हैं।– राहुल जयपुरिया, मुख्य प्रवक्ता पश्चिम मध्य रेलवे