54 पंचायतें बनी हाट स्पाट, पंचायत भवनों में बनेंगे क्वारंटाइन सेंटर
ग्वालियर। कोविड-19 की पहली लहर में जिले के गांव संक्रमण से सुरक्षित थे, लेकिन दूसरी लहर गांव तक पहुंच गई है। गांव में तेजी से फैल रहे संक्रमण की वजह से करीब 54 पंचायतें कोविड का हाट स्पाट बन गई हैं। भितरवार के बाद घाटीगांव में सबसे ज्यादा कोविड के मरीज मिले हैं। दूसरी लहर में आदिवासी परिवार भी संक्रमित हुए हैं। इस स्थिति को देखते हुए अब पंचायत भवनों को क्वारंटाइन सेंटर बनाने का फैसला लिया गया है, जिससे कोविड संक्रमितों को लोगों से दूर किया जा सके। कलेक्टर ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं।
गांवों में फैल रहे संक्रमण को देखते हुए पंचायत सचिव, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व रोजगार सहायकों को सर्वे में लगाया गया है। वे घर-घर जाकर लोगों के स्वास्थ्य के बारे में पूछ रहे हैं। सर्वे के दौरान लोगों में खांसी, जुकाम व बुखार की शिकायतें मिल रही हैं, लेकिन लक्षण अधिक नहीं हैं। सर्वे के दौरान बीमार लोगों को दवाओं की किट भी दी जा रही है। जिले में करीब गांव की आधी आबादी का सर्वे हो चुका है। इसके अलावा प्रतिबंध भी बढ़ाए गए हैं।
आवागमन की वजह से पहुंचा संक्रमण
– घाटीगांव क्षेत्र से दिल्ली-मुंबई हाईवे निकला है। हाईवे से बड़ी संख्या में लोगों का आवागमन रहा। हाईवे के आसपास के गांवों से संक्रमण की शुरुआत हुई। इसके बाद धीरे-धीरे संक्रमण दूसरे गावों तक पहुंचा
– भितरवार में हार्वेस्टर के लिए बाहरी लोग ज्यादा आए। साथ ही शादियां होने के कारण खरीदारी के लिए यहां के लोग शहर गए थे।
– दूसरी लहर में आदिवासी परिवारों तक भी संक्रमण पहुंचा है। भितरवार व घाटीगांव में लक्षण मिलने पर प्रशासन ने जांच कराई थी।
ब्लाक आबादी संक्रमित रेड जोन आरेंज जोन ग्रीन जोन 15 मई को मिले संक्रमित
भितरवार 1.8 लाख 551 9 7 66 12
घाटीगांव 1.4 लाख 226 4 2 39 6
मुरार 1.34 लाख 163 3 11 46 0
डबरा 1.78 लाख 156 4 14 50 6
(नोट- रेड जोन में बड़ी संख्या में मरीज, आरेंज जोन में मरीज मिले। ग्रीम जोन में मरीज नहीं।)
वर्जन
बाहर से आने वाले लोगों की वजह से गांवों में संक्रमण बढ़ा है। यही कारण है कि घाटीगांव क्षेत्र में आवागमन प्रतिबंधित कर दिया है। अभी तक 18 हजार परिवारों का सर्वे किया जा चुका है। लक्षण दिखने पर लोगों को दवाएं दे रहे हैं।
संजीव खेमरिया, एसडीएम घाटीगांव