शिक्षकों और स्टाफ को फरमान, टीकाकरण कराओ नहीं तो कार्रवाई के लिए रहो तैयार
बिलासपुर। गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले के अंतर्गत आने वाले मरवाही खंड शिक्षाधिकारी ने अपने मातहत स्कूलों के शिक्षकों व अन्य स्टाफ को नोटिस जारी कर कोरोना संक्रमण से बचने स्वजनों सहित टीकाकरण कराने व प्रमाण पत्र पेश करने कहा है।
चेतावनी भरे जारी पत्र में दोटूक कहा कि बार-बार समझाइश के बाद भी अब तक टीकाकरण के प्रति गंभीरता दिखाई नहीं दे रही है। वैक्सीनेशन नहीं कराने वाले शिक्षकों व स्टाफ के खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी है। वैक्सीनेशन को लेकर शिक्षा विभाग द्वारा की जाने वाली कड़ाई का प्रदेश में यह अपनी तरह का पहला मामला है।
मरवाही के खंड शिक्षाधिकारी ने सभी संस्था प्रमुखों के नाम जारी पत्र में गौरेला-पेंड्रा-मरवाही कलेक्टर नम्रता गांधी के निर्देशों का हवाला देते हुए शिक्षकों के अलावा स्कूल के लिपिकीय स्टाफ,सफाई कर्मचारी सहित चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों व उनके स्वजनों को टीकाकरण कराने के निर्देश जारी किए हैं
बीएमओ ने लिखे कड़े पत्र में नाराजगी जताई है। कहा है कि कलेक्टर के निर्देश पर 21 मई और उसके पूर्व भी पत्र जारी कर टीकाकरण कराने कहा गया था। दो-दो बार पत्र जारी करने के बाद भी इसमें शिथिलता बरती जा रही है। तीसरी बार लिखे कड़े पत्र में खंड शिक्षाधिकारी ने हिदायत देते हुए कहा कि शिक्षक, स्कूल स्टाफ और चतुर्थ वर्ग श्रेणी के कर्मचारियों को हर हाल में स्वजनों सहित टीकाकरण कराना है और प्रमाण पत्र पेश करना है।
खंड शिक्षाधिकारी ने 23 मई तक की समय सीमा का निर्धारण किया गया था। रविवार को समय सीमा समाप्त हो गई है। अब देखने वाली बात यह है कि जिन शिक्षकों व कर्मचारियों ने अपने स्वजनों सहित टीकाकरण नहीं कराया है उनके खिलाफ क्या कार्रवाई होती है।
वेतन पत्रक के साथ जमा करना होगा प्रमाण पत्र
बीईओ ने अपने आदेश में कहा है कि शिक्षकों सहित स्टाफ को टीकाकरण कराने के बाद अपने स्वजनों सहित प्रमाण पत्र वेतन पत्रक के साथ जमा करना होगा। इस आदेश से यही अटकलें लगाई जा रही है कि वेतन पत्रक के साथ अगर टीकाकरण प्रमाण पत्र जमा नहीं किया तो क्या सैलरी रोक दी जाएगी या फिर कटौती कर दी जाएगी।
जारी पत्र में आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा 56 के तहत कार्रवाई की चेतावनी बीईओ ने दी है। नोटिस और कार्रवाई के बीच शिक्षकों व स्कूल स्टाफ के सामने व्यवहारिक दिक्कत ये कि टीकाकरण का प्रदेश के अमूमन सभी जिलों में टोटा बना हुआ है।
इन्होंने कहा
कोरोना संक्रमण को देखते हुए शिक्षकों व स्टाफ को स्वजनों सहित टीकाकरण कराने कहा गया है। इसके लिए पत्र भी जारी किया गया है। कलेक्टर के निर्देश के बाद तीसरी बार पत्र लिखा गया है।
देवशरण चंद्रा
बीईओ मवाही विकास खंड