स्वास्थ्य विभाग का छापा, पंजीयन निरस्त फिर भी न्यू लाइफ अस्पताल में मिले मरीज
ग्वालियर। निजी अस्पतालों की मनमानी के बीच अब शिंदे की छावनी स्थित न्यू लाइफ केयर अस्पताल में अवैध ढंग से फिर मरीजों का उपचार होता मिला। इस अस्पताल का पंजीयन पहले ही निरस्त किया जा चुका है, जिसके बाद भी इलाज किया जा रहा था। मौके पर दो मरीज मिले। टीम ने बिल बुकों को जब्त कर लिया और संचालक डा अमरप्रीत थरेजा को एफआइआर के लिए चेतावनी देते हुए नोटिस जारी किया गया है। स्वास्थ्य विभाग अब अस्पताल पर सख्ती कार्रवाई कर सकता है।
सीएमएचओ डा मनीष शर्मा ने बताया कि शिंदे की छावनी स्थित न्यू लाइफ अस्पताल में 12 मई को ही आकस्मिक जांच कर कार्रवाई की गई थी। अस्पताल का कोविड केयर में पंजीयन न होने के बाद भी कोविड का इलाज किया जा रहा था। पंजीयन निरस्त कर नोटिस दिया गया। 17 मई को दोबारा जांच की गई तो पांच मरीज भर्ती मिले, जबकि संचालक को अस्पताल बंद करना था। मंगलवार को डा प्रतीक दुबे को टीम सहित भेजा गया जहां दो मरीज भर्ती मिले और अस्पताल का संचालन अवैध पाया गया।
अस्पताल बंद कर स्पष्टीकरण देंगे संचालकः डा अमरप्रीत थरेजा को अब अस्पताल तत्काल बंद कर स्पष्टीकरण देना होगा कि यह सब क्यों किया जा रहा था। वहीं सीएमएचओ ने डा थरेजा को नोटिस में कहा है कि संचालक ने नियमों को तोड़ा है क्यों न आपके खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई जाए।
कोविड के बाद डायबिटीज प्रमुख लक्षण, समझदारी से हो सकते हैं ठीकः कोरोना संक्रमण के बाद डायबिटीज होना पहला लक्षण है। अगर हम सावधानी बरतें तो इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। डा. मुकेश गुप्ता ने बताया कि कोरोना के बाद डायबिटीज स्टेरायड दवा के अधिक सेवन के कारण होती है। डाक्टर स्टेरायड को इसलिए प्रमुखता से लेता है, क्योंकि संक्रमण की वजह से फेंफडों में सूजन आ जाती है। स्टेरायड दवा इंसुलिन श्राव करने वाली ग्रंथि को प्रभावित करती है। इंसुलिन का श्राव कम होने से शुगर की अधिकता हो जाती है। इसके अलावा इंटरनेट मीडिया की मदद से उपचार लेने वाले मरीजों को इस तरह की समस्या का सामना कर रहे हैं। किसी को परेशानी है तो स्वयं डाक्टर न बने, सीधे विशेषज्ञ से संपर्क करे। खाने में कार्बोहाइड्रेड प्रदान करने वाला भोजन कम ले और फाइबर की मात्रा बढ़ाए। सुबह के समय योग और हल्के व्यायाम को अपने जीवन का हिस्सा बनाए।