ब्लैक फंगस से महिला की मौत
ग्वालियर। ब्लैक फंगस की शिकार गुना निवासी 35 वर्षीय ज्योती शर्मा की जेएएच में मंगलवार सुबह मौत हो गई। ज्योति के ब्रेन तक ब्लैक फंगस पहुंच गया था और आंखों में सूजन थी। वह पिछले चार दिन से एचडीयू-10 में भर्ती थी। डाक्टरों ने आपरेशन करने से पहले उन्हें दवा देना शुरू की थी, पर उन्हें बचाया नहीं जा सका। डाक्टर का कहना है कि भर्ती होने से 10 दिन पहले वह कोरोना को मात दे चुकी थीं। वहीं मंगलवार को ब्लैक फंगस के तीन मरीजों के आपरेशन हुए । जिसमें से एक मरीज में ब्लैक फंगस के साथ व्हाइट फंगस के टिश्यू पाए गए। ईएनटी विभागाध्यक्ष डा.वीपी नार्वे का कहना है कि ग्वालियर के 45 वर्षीय जीवनलाल के साइनस में ब्लैक फंगस का आपरेशन किया तो व्हाइट फंगस के टिश्यू मिले, जिसको जांच के लिए लैब भेज दिया है। ग्वालियर में यह तीसरा मामला है, जब ब्लैक के साथ व्हाइट फंगस मिला है। हालांकि अभी तक किसी की लैब से रिपोर्ट नहीं आई है।
अब तक नौ लोगों की हो चुकी है मौतः ब्लैक फंगस के चलते अब तक शहर में 9 लोग जान गंवा चुके हैं। जयारोग्य अस्पताल में छह और निजी अस्पतालों में तीन मरीजों की मौत हो गई है। वहीं जेएएच में मंगलवार को ब्लैक फंगस के चार नए मरीज भर्ती हुए, अब मरीजों की कुल संख्या 39 हो चुकी है। जिसमें 11 कोरोना संक्रमित और 28 पोस्ट कोविड हैं।
दवाओं की कमी के चलते निजी अस्पतालों ने बंद किए आपरेशनः ब्लैक फंगस में उपयोग आने वाली दवा की कमी के चलते निजी अस्पतालों ने मरीजों के आपरेशन बंद कर दिए हैं। मंगलवार को अपोलो अस्पताल में एक भी मरीज का आपरेशन नहीं किया गया। हालात यह है कि अपोलो में भर्ती 15 मरीजों को भी दवाएं नहीं मिल पा रही हैं। इधर जेएएच में में भर्ती मरीजों को एंफोटेरिसिन बी इंजेक्शन के पूरे डोज की उपलब्धता नहीं हो पा रही है। ईएनटी विशेषज्ञ डा.रविन्द्र बंसल का कहना है कि दवा की कमी के चलते आपरेशन बंद कर दिए हैं।
वर्जन-
पिछले चार दिन से भर्ती एक महिला की ब्लैक फंगस के चलते मौत हो गई। फंगस उसके ब्रेन तक पहुंच चुका था इसलिए उसका आपरेशन संभव नहीं हुआ, दवाएं दी जा रही थीं। अस्पताल में कुल 39 मरीज भर्ती हैं।