ब्रेकिंग
प्रभु जगन्नाथ जी को भोग लगाकर क्षेत्रीय विधायक इन्द्र साव ने माता कर्मा प्रसाद वितरण प्रारंभ किया विधायक इन्द्र साव की पहल पर नगर पालिका में दो करोड़ की विकास कार्य स्वीकृत नगरीय निकाय मंत्री अरूण साव का आभार व्यक्त किया नरेन्द्र मोदी व बीजेपी पार्टी आदिवासियों का रखता है विशेष ध्यान बरसात के सीजन मे हर कोई अपने माता पिता के नाम पर एक पेड अवश्य लगाये- विष्णु देव साय विधायक इंद्र साव ने भाटापारा आए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को सौंपा ज्ञापन किसानो की समस्याओं के निदान के लिए विधायक इंद्र साव मिले कृषि मंत्री राम विचार नेताम से जिला बलौदाबाजार-भाटापारा पुलिस द्वारा बलौदाबाजार नगर में घटित तोड़फोड़ एवं आगजनी की घटना में शामिल 03 आरोपियों को किया गया गिरफ्तार भीम आर्मी छत्तीसग... बलौदा बाजार हिंसा :-NSUI विधानसभा अध्यक्ष सूर्यकांत वर्मा सहित 07 लोगो की हुई गिरफ्तारी जिला बलौदाबाजार-भाटापारा पुलिस द्वारा बलौदाबाजार नगर में घटित तोड़फोड़ एवं आगजनी की घटना में शामिल 07 आरोपियों को किया गया गिरफ्तार गिरफ्तार एक आरोपी... सिमगा स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मंगलवार को जीवनदीप समिति की बैठक विधायक श्री इंद्र साव की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई बलौदाबाजार-भाटापारा पुलिस मिली बड़ी सफलता, संयुक्त कार्यालय परिसर स्थित ध्वजखंभ में सफेद ध्वजा लगाने वाला आरोपी गिरफ्तार आरोपी द्वारा संयुक्त कार्याल...

छह जिलों में संक्रमण का कहर, 10-12 फीसद गांव ही कोरोना मुक्त

रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना मरीजों की संख्या में भले ही तेजी से गिरावट आ रही हो, लेकिन गांवों में संक्रमण तेजी से पैर पसार रहा है। राज्य सरकार ने कोरोना संक्रमण से मुक्त गांवों की सूची गुरुवार को जारी की। सरकार ने दावा किया कि दस हजार गांव पूरी तरह संक्रमण मुक्त हो गए हैं। इन गांवों तक या तो संक्रमण नहीं पहुंच पाया है या फिर उन्हें संक्रमण से जल्द मुक्ति मिल चुकी है। वर्तमान में इन गांवों में एक भी संक्रमित व्यक्ति नहीं है।

सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, बिलासपुर, बलरामपुर, बालोद, जांजगीर-चांपा, पेंड्रा-गौरेला-मरवाही और रायगढ़ के सिर्फ दस से 12 फीसद गांव ही कोरोना संक्रमण से मुक्त हैं। सूरजपुर और कोरबा के 25 फीसद, सरगुजा और महासमुंद के करीब 30 फीसद गांव ही कोरोना संक्रमण से मुक्त हो पाए हैं। नईदुनिया ने गांव में कोरोना संक्रमण के प्रसार को लेकर गुरुवार को गांव की तरफ कोरोना, संक्रमण और मौत रोकना चुनौती शीर्षक से खबर का प्रकाशन प्रमुखता से किया था।

इसके बाद सरकार की तरफ से पहली बार गांव के संक्रमण को लेकर आंकड़े जारी किए गए। इसमें दावा किया गया कि राज्य शासन की ओर से माइक्रो लेबल तक की गई चाक-चौबंद व्यवस्थाओं के कारण छत्तीसगढ़ के कुल 20 हजार 92 गांवों में से करीब आधे नौ हजार 462 गांवों में आज कोरोना का संक्रमण नहीं है।

राज्य सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, रायपुर, मुंगेली, कोरिया, बेमेतरा, बलौदाबाजार और जशपुर के करीब 50 फीसद गांव में कोरोना का संक्रमण नहीं है। कोरोना की दूसरी लहर में सबसे ज्यादा चपेट में आए राजनांदगांव और दुर्ग के गांव में भी राहत की खबर आई है। यहां 85 से 90 फीसद गांव कोरोना संक्रमण की जद से बाहर हैं।

घर-घर सर्वेक्षण और मुफ्त दवा ने बचाया

राज्य के नगरीय क्षेत्रों में कोरोना की दूसरी लहर की शुरुआत होते ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने निर्देश दिए थे कि ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण की रोकथाम के लिए हर जरूरी कदम उठाए जाएं। इस निर्देश के बाद पहली लहर के दौरान गांवों में स्थापित क्वारंटाइन सेंटरों को पहले से अधिक मजबूत व्यवस्थाओं के साथ फिर से सक्रिय किया गया। अन्य राज्यों अथवा शहरी क्षेत्रों से गांव लौटने वाले व्यक्तियों तथा परिवारों को इन सेंटरों में ठहराने, उनकी जांच तथा उपचार की व्यवस्था की गई।

घर-घर तक सर्वेक्षण कर संक्रमितों का पता लगाने के लिए मितानिनों तथा स्वास्थ्य अमले के साथ-साथ आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और शिक्षकों को भी सक्रिय किया गया। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं तथा मैदानी अधिकारी-कर्मचारियों ने सर्दी-बुखार के मरीजों की पहचान करने के साथ-साथ उनके उपचार में भी अपनी भागीदारी निभाई। कोरोना से बचाव एवं उपचार के प्रति जागरूकता लाने में भी उन्होंने अपनी भूमिका निभाई। समय रहते गांव-गांव तक आवश्यक दवाइयों के किट की आपूर्ति और उसका वितरण सुनिश्चित किया गया।

मुख्यमंत्री खुद कर रहे थे मानिटरिंग

जिला पंचायतों से लेकर ग्राम पंचायत तक के नेटवर्क के जरिए कोरोना नियंत्रण के लिए किए जा रहे उपायों की मानिटरिंग का काम स्वयं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कर रहे हैं। वे वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जनप्रतिनिधियों को लगातार प्रेरित कर रहे हैं। साथ ही फीडबैक के आधार पर अधिकारियों को निर्देशित भी कर रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्र के गंभीर मरीजों को जल्दी से जल्दी अस्पतालों तक पहुंचाया जा सके इसके लिए एंबुलेंस तथा अन्य वाहनों की संख्या में बढ़ोतरी की गई।

जानिए इन आंकड़ों को

जिला कुल गांव संक्रमण मुक्त गांव

बालोद 704 183

बलौदाबाजार 957 402

बलरामपुर 636 102

बस्तर 589 252

बेमेतरा 702 311

बीजापुर 579 491

बिलासपुर 708 96

दंतेवाड़ा 229 158

धमतरी 633 176

दुर्ग 385 377

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही 222 39

गरियाबंद 722 342

जांजगीर-चांपा 887 150

जशपुर 766 319

कांकेर 1084 792

कबीरधाम 1035 832

कोंडागांव 569 407

कोरबा 716 280

कोरिया 638 352

महासमुंद 1153 532

मुंगली 711 338

नारायणपुर 422 362

रायगढ़ 1435 173

रायपुर 478 261

राजनांदगांव 1599 1204

सुकमा 406 194

सूरजपुर 544 140

सरगुजा 583 197