स्वयं के आत्मबल और परिवार के सहयाेग से कोरोना को हराया
Bhopal : घर में किसी को कोरोना नहीं हुआ, लेकिन अचानक एक दिन मुझे बुखार आया। सभी चिंतित हो गए, क्योंकि मैं सात माह की प्रेगनेंट थी। डॉक्टर की सलाह पर बुखार की दवाईयां ली, लेकिन ठीक नहीं हुआ। इसके बाद अस्पताल गई तो कोविड टेस्ट हुआ और पॉजिटिव आया। सभी चिंतित हो गए। डॉक्टरों ने इंजेक्शन लाने के लिए कहा। बहुत मुश्किल से इंजेक्शन मिला। इलाज चलता रहा और घर वाले हौंसला ब.ढाते रहें। डॉक्टर भी खूब ख्याल रखते, लेकिन कितनी भी परेशानी हो मैनें अपना आत्मबल कमजोर नहीं होने दिया। घर वाले परेशान थे, लेकिन कभी भी जताते नहीं थे। मैं दिन-रात यही सोचती थी कि मुझे जीना है। मेरे अंदर एक और जीव है, जिसे इस दुनिया में आना है। मुझे उसके लिए जीना है। तभी मैं इस बीमारी को हरा पाई। 15 दिन बाद ठीक होकर घर आ गई। घर वालों ने खूब सहयोग किया। अगर आप अंदर से मजबूत रहेंगे और ईश्वर पर भरोसा रखेंगे तो इस महामारी को आसानी से हरा सकते हैं।