पनीर के साइड-इफेक्ट्स को लेकर बरतें सावधानी
पनीर को प्रोटीन का सबसे बेहतर स्रोत माना जाता है। प्रोटीन के साथ इसमें अन्य कई तरह के विटामिन्स और पोषक तत्व भी पाए जाते हैं जो शरीर को स्वस्थ और फिट रखने के लिए आवश्यक माने जाते हैं। हालांकि अगर कम समय में ज्यादा लाभ प्राप्त करने के लिए पनीर का अधिक सेवन कर रहे हैं तो इसके कई प्रकार के दुष्प्रभावों के बारे में भी शोधकर्ताओं ने अलर्ट किया है।
आहार विशेषज्ञ कहते हैं, वैसे तो पनीर में मौजूद पोषकता संपूर्ण स्वास्थ्य लाभ के लिए सहायक मानी जाती है, हालांकि कुछ स्थितियों में इसका सेवन कम या न करने की सलाह दी जाती है। इसका अधिक मात्रा में सेवन करना पाचन सहित कई अन्य प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।
पनीर में फैट की अधिकता होती है जिससे कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का खतरा रहता है। ऐसे में जिन लोगों को हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या होती है उन्हें पनीर के सेवन से बचना चाहिए। इसके अलावा यदि आप वजन कम करने की कोशिशों में लगे हुए हैं तो भी पनीर का सेवन बहुत कम मात्रा में ही करने की सलाह दी जाती है।
कच्चा पनीर वैसे तो कई प्रकार के स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है पर कुछ अध्ययनों में इसके गर्भवती महिलाओं और भ्रूण के विकास से संबंधित जोखिमों के बारे में भी पता चलता है।
पनीर का अधिक मात्रा में सेवन करना आपके पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचा सकता है। अधिक पनीर खाने से शरीर में प्रोटीन की मात्रा बढ़ जाती है जिसके कारण पाचन संबंधी कई प्रकार की समस्याओं जैसे दस्त, पेट में सूजन और गैस की समस्या हो सकती है।
पनीर कुछ लोगों में एलर्जी को ट्रिगर करने वाला भी हो सकता है, हालांकि इस तरह के मामले काफी दुर्लभ हैं पर इसके जोखिमों को लेकर सावधानी बरतने की आवश्यकता होती है। दूध से संबंधित एलर्जी के शिकार लोगों को भी पनीर के प्रतिकूल प्रभाव हो सकते हैं। पनीर एलर्जी की प्रतिक्रिया को ट्रिगर कर सकता है, जिसके परिणामस्वरूप पाचन संबंधी समस्याएं, मतली, उल्टी, दस्त, या यहां तक कि त्वचा पर चकत्ते हो सकते हैं। अगर आपको भी पाचन की दिक्कत है तो पनीर के सेवन से बचें।