म्यांमार में आर्थिक मोर्चे पर भी हालात हुए अराजक, नकदी की कमी; महंगाई आसमान पर
नेपिता। म्यांमार में तख्ता पलट और सैन्य शासन के बाद आर्थिक स्थितियां अराजक हो गई हैं। नकदी की कमी होने के साथ ही महंगाई आसमान छूने लगी है। बैंकों से धन निकालने की होड़ लग गई है और यहां लंबी-लंबी लाइनें लग रही हैं। चार माह पहले सैन्य शासन स्थापित होने और आंग सान सू की सरकार का तख्ता पलट होने के बाद काफी खून- खराबा हुआ है। आठ सौ से ज्यादा लोगों की मौत हुई, चार हजार से ज्यादा लोकतंत्र समर्थक गिरफ्तार हैं। अब आर्थिक मोर्चे पर भी देश की स्थितियां तेजी से बिगड़ने लगी हैं। जनता में घबराहट के कारण वे बैंकों में जमा धन को तेजी से निकाल रहे हैं। यही कारण है कि बैंकों पर लंबी-लंबी लाइनें लग रही हैं।
यहां लोग नकद धनराशि निकालने के बाद उसको डालर में बदलकर घर में रखना ज्यादा सुरक्षित समझ रहे हैं। खाने-पीने की वस्तुओं की कमी के साथ ही दाम भी बेतहाशा बढ़ रहे हैं। यंगून जैसे शहरों में सभी बैंकों में ऐसे हालात दिखाई दे रहे हैं। लोग खाने-पीने की सामग्री को भी इकट्ठा कर रहे हैं। वित्तीय संस्थान संकट में आते जा रहे हैं। जनता में अराजकता की स्थिति होने के कारण बैंकों व अन्य संस्थानों में अब कर्मचारियों ने कार्य करने से मना करना शुरू कर दिया है।
म्यांमार की सड़कों पर शवों की नुमाइश से जनता में दहशत
म्यांमार में एक फरवरी को सैन्य शासन लागू होने के बाद से जुंटा ने आम जनता का बेहद क्रूरता से दमन किया है। इसकी एक झलक इंटरनेट मीडिया में साझा किए गए सीसीटीवी फुटेज से मिलती है। इसमें म्यांमार के शहर की खाली सड़कों पर दो काली पिकअप धीमे-धीमे आती हैं। इनके पिछले हिस्से में खड़े हथियार बंद सुरक्षा कर्मी एकाएक उनके पीछे आती एक बाइक पर सवार तीन लड़कों पर गोलीबारी करते हैं। बताया जाता है कि अचानक हुए इस हमले से बाइक घिसटते हुए एक लोहे के गेट से टकरा जाती है। दो युवक तो अपनी जान बचाकर भागने में कामयाब हो जाते हैं। लेकिन बाइक चला रहा लड़का वहां घायलावस्था में गिर जाता है। 17 साल के इस लड़के का नाम क्वाव मिन लत है। घायल लड़के को सुरक्षा बलों के उठाकर ले जाने के दौरान दर्द से चिल्लाने की आवाजें सुनी गई और उसे उठाकर एक ट्रक में डाल दिया गया जो वहां से तुरंत चला गया। एक मिनट का यह फुटेज सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया जिसे अब इंटरनेट मीडिया में साझा किया जा रहा है।