छात्रा की हत्या के बाद आक्रोशित लोगों ने लगाया था जाम, पुलिस ने की FIR
भिंड: भिंड के उमरी थाना क्षेत्र के रामगढ़ गांव की 11वीं की छात्रा का शव संदिग्ध परिस्थितियों में खेत में मिला था। इस हत्याकांड के बाद मृतिका के परिजन, नाते-रिश्तेदाव एवं गांव वालों में आक्रोश फूट पड़ा था। मृतिका के परिवार वालों ने लड़की के गायब होने की सूचना पुलिस को दी थी। पुलिस ने प्रारंभिक स्तर पर इस मामले को अनेदखा किया था। 23 अक्टूबर को छात्रा का शव मिलने पर हत्याकांड के विरोध में लोगों ने प्रदर्शन कर जाम लगाया गया था। उमरी थाना पुलिस ने इस मामले में 15 लोगों ने नामदर्ज व अज्ञात सौ से अधिक लोगों पर एफआईआर दर्ज की है।ज्ञात हो, पिछले 19 अक्टूबर की सुबह रामगढ़ गांव में रहने वाली छात्रा सुबह के समय स्कूल पढ़ने के लिए साइकिल से निकली थी। छात्रा जब घर नहीं पहुंची तो शाम को परिवार वालों ने पुलिस थाने पहुंचकर गुमशुदगी की सूचना दर्ज कराई थी। उमरी थाना पुलिस ने छात्रा का गायब होना प्रथम तौर पर प्रेम प्रसंग का मामला होना बताया था । इसी कारण से पुलिस ने इस मामले को हल्के में लिया था। छात्रा का शव चार दिन बाद 23 अक्टूबर की सुबह गांव के बाहर खेतों में मिला था। इस घटना से पूरे गांव में सनसनी फैल गई थी। पुलिस ने शव जब्त किया। इधर गांव वालों ने छात्रा की हत्या के विरोध में थाने का घेराव किया फिर वो तीन घंटे तक भिंड गोपालपुरा स्टेट हाईवे पर बैठे रहे। तीन घंटे तक जाम खुलवाने के लिए प्रशासनिक अफसरों को खासा पसीना बहाना पड़ा था। इस मामले उमरी थाना प्रभारी मनोज राजपूत ने विरोध प्रदर्शन कर चक्काजाम करने वालों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की है। पुलिस ने ज्ञानेंद्र सिंह उर्फ शील दौहरे, शिवप्रताप दौहरे निवासी अकाह, मनोज गर्ग, मुकेश जाटव, कल्लू जाटव, शिवदत्त जाटव, छोटू जाटव, अभिषेक जाटव, छिंगे जाटव, तिलक सिंह जाटव, अजय जाटव, निवासी गण रामगढ़, विजय राणा, पुष्पेंद्र सिंह जाटव, निवासी उमरी, विजय राणा निवासी चकर नगर इटावा समेत अन्य 100 से 125 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।