कोलार में सड़क पर धंसा सीमेंट से भरा ट्रॉंला, लग रहा जाम
भोपाल। राजधानी भोपाल के उपनगर कोलार में ग्रेविटी लाइन एवं सीवेज नेटवर्क बिछाने का अधूरा काम मंगलवार को हजारों लोगों के लिए मुसीबत बन गया। कोलार थाने से गेहूंखेड़ा तक सड़क दोनों ओर से खुदी हुई है। कुछ स्थानों पर मिट्टी डाल दी गई है, लेकिन सीमेंट-क्रांकीट से मरम्मत नहीं की गई है। इस कारण वाहन फंस रहे हैं। सोमवार शाम को सीमेंट की बोरियों से भरा एक ट्रॉला फंस गया था, जो मंगलवार दोपहर तक नहीं निकल पाया। इस कारण एक ओर की सड़क पर जाम की स्थिति निर्मित होती रही।
दरअसल, कोलार, शाहपुरा क्षेत्रों में अमृत योजना के तहत 136 करोड़ रुपये खर्च कर 20 किमी लंबी नई ग्रेविटी लाइन एवं 60 किमी लंबी फीडर लाइन बदली जा रही है। वहीं 5800 मीटर हिस्से में सीवेज लाइन का काम चल रहा है। दोनों कामों की तय डेटलाइन (समयावधि) निकल चुकी है। कोरोना कर्फ्यू के चलते काम में तेजी आई और अधिकांश सड़कों को निगम ने उखाड़कर लाइन बिछा दी, लेकिन इससे पहले ही मौसम में बदलाव आया और रविवार को हुई झमाझम बारिश से सड़कें कीचड़ में तब्दील हो गई। चूंकि, एक जून यानी आज से जिला प्रशासन ने कोरोना कर्फ्यू में कई प्रकार की छूट दे दी है। इस कारण वाहनों का दवाब भी बढ़ गया है। मंगलवार को नौकरीपेशा, व्यापारी व अन्य कामकाजी लोगों की आवाजाही बनी रही, पर कीचड़ के कारण वे परेशान होते रहे।
आधा पहिया फंसा, इसलिए आगे नहीं निकल पाया
बारिश के कारण गड्ढों में भरी मिट्टी कीचड़ के रूप में बदल गई। जब ट्राला सीमेंट की बोरियां लेकर गुजर रहा था, तब उसका अगला पहिया कीचड़ में फंस गया। पहिया आधा भीतर चला गया। इस कारण बाहर नहीं निकल पाया। मंगलवार को भी सुबह से घंटों तक ट्रॉले को बाहर निकलने की मशक्कत होती रही।