चित्रांश परिवर के लोगों ने की पूजा-अर्चना, आज से कलम का प्रयोग शुरू
सिद्धार्थनगर: सिद्धार्थनगर के डुमरियागंज में गुरुवार को चित्रांश परिवारों ने भगवान चित्रगुप्त की पूजा-अर्चना के साथ कलम-दवात की पूजा की। भगवान चित्र गुप्त और कलम दवात की पूजा के उपरांत धनतेरस के दिन से बंद कलम का प्रयोग भी शुरू किया।कायस्थ परिवार के लिए दीपावली का दो दिन काफी महत्वपूर्ण रहता है। जिसमें सभी लोग कलम का प्रयोग पूरी तरह से बंद कर देते हैं और जब तक कलम-दवात की पूजा नहीं कर लेते चित्रांश परिवार के लोग कलम का इस्तेमाल नहीं करते हैं। यम द्वितीया के दिन चित्रांश परिवर के लोग श्रद्धा पूर्वक भगवान चित्र गुप्त की पूजा-अर्चना करते हैं फिर कलम पूजने के साथ इसका प्रयोग शुरू करते हैं। इसी कड़ी में जगह-जगह कलम, दवात की पूजा पूरी श्रद्धा एवं परंपरागत तरीके से की गई।सिद्धार्थनगर में भगवान चित्रगुप्त की पूजा।कलम-दवात की पूजा कर प्रसाद ग्रहण कियाभानपुर रानी व बढ़नीचाफा में आयोजित भगवान चित्र गुप्त महाराज के पूजन कार्यक्रम में भगवान चित्र गुप्त की कथा के साथ आरती की गई, तत्पश्चात सभी चित्रांश बंधुओं ने भगवान की जय-जयकार लगाते हुए कलम-दवात की पूजा कर प्रसाद ग्रहण किया।इन्होंने की पूजा-अर्चनाकार्यक्रम में मुख्य रूप से अमन चैन कमेटी अध्यक्ष ओमप्रकाश श्रीवास्तव, रमेश लाल श्रीवास्तव, कैथवलिया रेहरा में आलोक श्रीवास्तव, रामदेव लाल, अजय कुमार श्रीवास्तव, संजय श्रीवास्तव, रत्नेश श्रीवास्तव, हरिश्चंद्र, राजीव, सुनील, मनीष, विवेक श्रीवास्तव, रमन, गौरव, ऋषि श्रीवास्तव, अंश, आदेश श्रीवास्तव समेत बड़ी संख्या में चित्रांश समाज के लोग उपस्थित रहे।