हिमाचल विस चुनाव- अटल सुरंग का श्रेय लेने भाजपा-कांग्रेस में लगी होड़
मनाली । हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव का प्रचार चरम पर है और मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच है। मतदान के लिए कुछ हफ्ते ही बाकी हैं और एक बार फिर से बीजेपी और कांग्रेस नेताओं के बीच अटल सुरंग के श्रेय लेने के लिए जंग छिड़ गई है। कांग्रेस के कुछ नेताओं का दावा है कि यह परियोजना भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू का एक ‘सपना’ था। वहीं बीजेपी नेता अटल सुरंग का श्रेय पीएम नरेंद्र मोदी को दे रहे हैं और पार्टी के विज्ञापनों में सुरंग को नए भारत के इंजीनियरिंग चमत्कार के रूप में प्रचारित अभियान सामग्री के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। बीजेपी अटल टनल, एम्स, फोर-लेन हाईवे, मेडिकल डिवाइस पार्क और एक बल्क ड्रग पार्क सहित कई मेगा प्रोजेक्ट्स का व्यापक प्रचार करने में लगी हुई है, जो पिछले पांच वर्षों में पूरे या स्वीकृत हुए थे। ऐसे मेगा प्रोजेक्ट के नाम पर हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर समेत सीएम जयराम ठाकुर समेत बीजेपी प्रत्याशी वोट मांग रहे हैं।
वहीं कांग्रेस की बात करे तो वो बेरोजगारी, महंगाई, पुलिस भर्ती घोटाला और ‘बीजेपी’ द्वारा कांग्रेस की शुरू की गई परियोजनाओं का श्रेय लेने’ जैसे मुद्दों पर चुनाव लड़ रही है। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कांग्रेस के कुछ नेताओं ने तो यहां तक दावा किया कि अटल सुरंग पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू का ‘सपना’ था। पार्टी के एक नेता ने कहा, ‘सुरंग पर काम यूपीए सरकार के दौरान शुरू हुआ था, लेकिन अब बीजेपी सिर्फ वोट के लिए लोगों को गुमराह करने का श्रेय ले रही है’। कांग्रेस कमेटी के महासचिव रोहित वत्स धामी ने कहा कि सभी जानते हैं कि तत्कालीन यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 28 जून 2010 को अटल सुरंग की आधारशिला रखी थी। भाजपा नेता झूठे प्रचार से जनता को गुमराह कर रहे हैं। सुरंग के इतिहास को मिटाने के प्रयास में इसके उद्घाटन के लिए पीएम मोदी की यात्रा के दौरान सोनिया गांधी के नाम के साथ नींव पट्टिका को हटा दिया गया था और सुरंग से छिपा दिया गया था। हिमाचल में भाजपा नेताओं को कांग्रेस द्वारा शुरू की गई सभी परियोजनाओं का श्रेय लेने की आदत है।
बता दें कि इस साल की शुरुआत में राज्य भर में भाजपा की उपलब्धि के रूप में अटल सुरंग को प्रदर्शित करने वाले प्रचार होर्डिंग्स भी लगाए गए थे। हालांकि, 14 अक्टूबर को आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद होर्डिंग्स हटा दिए गए थे। हालांकि, भाजपा नेताओं का कहना है कि यह नेहरू नहीं बल्कि वाजपेयी थे जिन्होंने इस सुरंग का सपना देखा था। 2002 में पलचन से ढुंडी तक अप्रोच रोड बनाने का शिलान्यास किया ताकि सुरंग का काम शुरू किया जा सके। वहीं इस मुद्दे पर बोलते हुए हिमाचल के मुख्यमंत्री सीएम जय राम ठाकुर ने कहा था कि कांग्रेस के लोग कहते हैं कि अटल सुरंग देश के लिए उनका उपहार है, लेकिन लोग इस सच्चाई को जानते हैं कि इसकी आधारशिला किसने रखी और इसे किसने पूरा किया।