कोरोना से बचेगी तो महंगाई से मरेगी जनता: कांग्रेस
रायपुर। कांग्रेस ने महंगाई के मुद्दे पर केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने राजीव भवन में आयोजित पत्रकारवार्ता में कहा कि कोरोना के बाद महंगाई भी राष्ट्रीय आपदा साबित होने जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस और मिट्टी तेल के दाम रोज बढ़ा रहें हैं।
खाने के तेलों के दाम दोगुने हो गए, रसोई पर बोझ अभी और बढ़ेगा। जब जनता की जेब में पैसा डालना चाहिए, तब नरेंद्र मोदी जेबों पर डाका डाल रहे हैं। मोदी की अदूरदर्शी और जनविरोधी नीतियों ने कोरोना की बीमारी के समय में जीवन को और कठिन बनाया है।
चाहे वह अचानक किया हुआ लाकडाउन हो, अस्पतालों से लेकर आक्सीजन तक का इंतजाम हो या फिर वैक्सीन की नीति, हर जगह मोदी सरकार विफल रही है। गलत नीतियों और व्यवस्था बनाने में विफलता की वजह से लाखों लोगों की जानें चली गई हैं। लाखों परिवार में कमाई करने वाला मुखिया ही चल बसा है।
उद्योग और कारोबार ठप होने से रोजगार का संकट पैदा हो गया है। ऐसे समय में नरेंद्र मोदी की सरकार देश में महंगाई बढ़ाने में लगी हुई है। मरकाम ने कहा कि हमें लगता है कि कोरोना महामारी से किसी तरह बचे लोग अब महंगाई नाम की महामारी की चपेट में आने वाले हैं। दरअसल महंगाई नरेंद्र मोदी सरकार का असली षडयंत्र है और यह अपने प्रिय कोरोबारियों और उद्योगपतियों की जेबें भरने का तरीका है।
बहुत हुई महंगाई की मार, बस करो मोदी सरकार
मोहन मरकाम ने कहा कि जिस समय कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी लोगों को जेबों में पैसा डालने की बात कर रहे हैं, जिस समय छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार लोगों के जेबों में कई योजनाओं से पैसे डाल रही है, उसी समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा की सरकार लोगों के जेबों पर डाका डालने में लगी हुई है। बहुत हुई महंगाई की मार, अबकी बार मोदी सरकार के नारे से सत्ता पर काबिज होने वाले नरेंद्र मोदी को जनता की आवाज सुनाई नहीं दे रही है। अब जनता कह रही है, बहुत हुई महंगाई की मार, बस करो मोदी सरकार।
कांग्रेस ने पूछा केंद्र सरकार से सवाल
कच्चा तेल सस्ता फिर भी बढ़ रही पेट्रोल-डीजल की कीमत के लिए कौन जिम्मेदार है। घरेलू रसोई गैस की कीमतों में सात सालों में दोगुनी होने का जिम्मेदार कौन है। केरोसिन की कीमतों में दोगुने से ज्यादा वृद्धि, खाद्य तेल की कीमतों में वृद्धि का रिकार्ड टूट गया है। दवाओं की कीमतों में बेहिसाब वृद्धि के बाद भी भाजपा नेता क्यों अनावश्यक बयानबाजी करके जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं। हम मांग करते हैं कि रमन सिंह, धरमलाल कौशिक लेकर अजय चंद्राकर और बृजमोहन अग्रवाल जैसे नेता महंगाई पर अपना रुख स्पष्ट करें।