श्रीराम जन्मभूमि में नवनिर्मित भव्य मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर भाटापारा भी रामभक्ति की लहर पर जमकर झुमा शहर में दीपमाला, भजन, आतिशबाजी, भंडारे जैसे आयोजन हुए
भाटापारा। श्रीराम जन्मभूमि में नवनिर्मित भव्य मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर भाटापारा भी रामभक्ति की लहर पर जमकर झुमा। शहर के हर वार्ड में दीपमाला, भजन, आतिशबाजी, भंडारे जैसे आयोजन हुए।
मुख्य आयोजन श्रीराम सप्ताह मंडप में सम्पन्न हुआ। चौबीस घंटे के अंखड रामनाम जाप के बाद सोमवार सुबह हवन-पूजन उपरांत,संगीतमय सुंदर कांड समिति द्वारा श्रीराम राज्याभिषेक की प्रस्तुति की गई। सुबह से शाम तक श्री महासती मंदिर सेवा समिति द्वारा भंडारा रखा गया। पोहा मुरमुरा संघ की तरफ से पोहा, जलेबी बाटा गया। दोपहर में सामाजिक संस्था उत्तरायण द्वारा गोदान कार्यक्रम रखा गया, एवं संध्या 5100 दीप प्रज्वलित किये गए।
दोपहर 2बजे से भगवान श्रीराम की भव्य एवं विशाल शोभायात्रा नगर भ्रमण को निकली। जिसमें हजारो रामभक्त जयघोष व हर्षोल्लास व्यक्त करते शामिल हुए। शोभायात्रा में खास संबलपुर से आये बैंड, डिजे,धुमाल पार्टी,श्रीराम दरबार की मनोरम झांकी, महाबली हनुमान के रथ के साथ भारी संख्या में युवक युवतियों का जोश व नारेबाजी,नगरवासियों द्वारा जगह जगह पुष्पवर्षा, आरती, जलपान आदी की व्यवस्था की गई । मुस्लिम समाज,पंजाबी समाज के साथ ही अनेक संस्थाओं द्वारा स्वागत किया गया।
रात 8 बजे शोभायात्रा मंडप पहुंचने के बाद, तीन दसक पूर्व नगर से अयोध्या कारसेवा में शामिल हुए रामभक्तों का अभिनंदन समारोह आयोजित किया गया। जिसमें आयोजन समिति के सदस्य अभिषेक उपाध्याय( बंटी) ने कहा कि भाटापारा 85 वर्षों से अपने भाचा के नाम का पाठ करते आ रहा है इसलिए भाटापारा वासियों के लिए यह दोगुनी खुशी का समय है, आयोजन में सभी ने बढ़-चढ़कर हिस्सा हिस्सा लिया, सफल आयोजन के लिए उन्होंने सभी का आभार व्यक्त किया। वही प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष जो स्वयं 1990 में कार सेवक रहे उन्होंने कार सेवकों के संघर्ष के बारे में विस्तार से बताया एवं अयोध्या में भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा के पावन अवसर की क्षेत्र वासियों को बधाई दी।
देर रात तक भव्य आतिशबाज़ी से आसमान रौशन रहा।मंगलवार को श्री सत्यनारायण धर्मशाला में अन्नकूट का आयोजन किया गया, जिसमें क्षेत्र के विधायक इंद्र साव भी शामिल हुए।
आयोजन को सफल एवं सुव्यवस्थित करने में प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन ने भी अपनी माहिती भूमिका निभाई।