सिलगेर में नहीं हो सकी महारैली, कलेक्टर ने नहीं दी इजाजत
बीजापुर। सुकमा जिले के सिलगेर में फोर्स के कैंप के विरोध में मंगलवार को प्रस्तावित महारैली आयोजित नहीं हो पाई। कलेक्टर, एसडीएम, तहसीलदार, एसपी समेत सभी वरिष्ठ अधिकारी सिलगेर के निकटवर्ती कैंप में तैनात रहे, लेकिन रैली नहीं निकली। मौके पर कोविड जांच दल भी मौजूद था, हालांकि जांच कराने कोई ग्रामीण नहीं आया।
बाद में बीजापुर जिला मुख्यालय में कलेक्टर रितेश अग्रवाल व एसपी कमलोचन कश्यप ने सर्व आदिवासी समाज के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। बैठक में यह मुद्दा उठा कि वर्तमान में बीजापुर जिला व खासकर उसूर ब्लाक प्रदेश का सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित इलाका है। ऐसे में यहां भीड़ जुटाना कितना उचित होगा।
कलेक्टर ने आश्वस्त किया कि समाज के प्रतिनिधियों की मांग शासन को भेज देंगे। इसके बाद बैठक समाप्त हो गई। सूत्र बता रहे हैं कि बुधवार को सिलगेर में आदिवासी एक सांकेतिक रैली करेंगे, जिसमें ज्यादा भीड़ नहीं एकत्र की जाएगी। यह भी खबर मिल रही है कि रैली के बाद ज्ञापन सौंपकर सिलगेर आंदोलन को समाप्त करने की घोषणा की जा सकती है।