ब्रेकिंग
भाटापारा में ब्राउन शुगर का कारोबारी गिरिफ़्तार,ड्रग्स विभाग निष्क्रिय,युवाओं का भविष्य अंधकार में ,गृह मंत्री त्यागपत्र देवे—सुशील शर्मा भाटापारा/सिमगा के शराब दुकानों में शराब ओवर रेट पर बिक्री की जा रही है-प्रशासन तत्काल बंद कराये-सुशील शर्मा युवा ब्राह्मण समाज भाटापारा का द्वितीय चरण का वृक्षारोपण कार्यक्रम:- युवा ब्राह्मण समाज एवं मयूर परिवहन के संयुक्त तत्वाधान में वृक्षारोपण का कार्यक्र... विधायक ने केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री से भाटापारा को राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ने की रखी मांग भाटापारा को राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ने की मांग - विधायक ... युवा ब्राह्मण समाज भाटापारा के प्रथम आयोजन में ,श्री पावन धाम कामधेनु गौशाला मे गौ पूजन,वृक्षारोपण एवं प्रसादी का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ छत्तीसगढ़ स्तरीय कबड्डी प्रतियोगिता में शामिल हुए, विधायक बेहतर खेल सुविधा मेरी प्राथमिकता - इन्द्र साव पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रभुराम से प्रदेश वासियों की खुशहाली की कामना की भाटापारा में राम भक्तों की टोलियों को किया सम्मानित भाटापारा शहर में आयोजित राम सप्ताह कार्यक्रम में आने वाले श्रद्धालुओं एवं आमजनों की सुविधा के लिए समुचित यातायात एवं पार्किंग की व्यवस्था अपने 8 माह की नाकामी छुपाने प्रदेश सरकार विपक्ष के नेताओं को कर रही परेशान::-इंद्र साव बलौदा बाजार की घटना देश को शर्मसार करने वाली :-सत्यनारायण शर्म... नगर साहू समाज महिला प्रकोष्ठ की बहनों ने विधायक इन्द्र साव को बांधी राखी

बंगाल में भाजपा को लग सकता है बड़ा झटका, आज मुकुल रॉय तृणमूल में कर सकते हैं ‘घर वापसी’

कोलकाता। बंगाल में विधानसभा चुनाव में हार के बाद भाजपा को एक और बड़ा झटका लग सकता है। बंगाल में भाजपा के बड़े नेता व पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय आज घर वापसी कर सकते हैं। यानी उनके तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में वापस लौटने की अटकलें हैं। बताया जा रहा है कि वह आज अपने बेटे शुभ्रांशु के साथ तृणमूल कांग्रेस में वापसी कर सकते हैं। इसके तहत वह आज दोपहर तीन बजे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से कोलकाता स्थित तृणमूल मुख्यालय में मुलाकात कर सकते हैं।

माना जा रहा है कि इस बैठक में ममता बनर्जी के भतीजे सांसद व हाल में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त किए गए अभिषेक बनर्जी भी मौजूद रहेंगे। हालांकि आधिकारिक रूप से अभी इस बारे में न तो तृणमूल कांग्रेस और ना ही मुकुल की ओर से कुछ स्पष्ट किया गया है। गौरतलब है कि मुकुल एक समय ममता बनर्जी के सबसे खास माने जाते थे, लेकिन मतभेद के कारण 2017 में उन्होंने पार्टी छोड़ दी थी और भाजपा का दामन थाम लिया था। वहीं, हाल में संपन्न बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद से मुकुल लगातार भाजपा के साथ दूरी बनाकर चल रहे हैं। वह हाल में पार्टी की बैठक में भी शामिल नहीं हुए थे। ऐसे में उनकी घर वापसी को लेकर लगातार अटकलें चल रही थी। इस बीच आज उनके ममता बनर्जी के साथ मुलाकात की खबर के बाद राजनीतिक पारा गरम है। गौरतलब है कि इस वक्त भाजपा में ऐसे कई नेता हैं, जो टीएमसी में लौटने की तैयारी कर रहे हैं। बता दें कि मुकुल ने इस बार विधानसभा चुनाव में नदिया जिले के कृष्णानगर सीट से जीत भी दर्ज की है।

इस वजह से छोड़ रहे भाजपा

सूत्रों का कहना है कि बंगाल भाजपा में सुवेंदु अधिकारी का कद लगातार बढ़ रहा है। उन्हें नेता विपक्ष भी बनाया गया है। ऐसे में मुकुल रॉय की बेचैनी लगातार बढ़ रही थी, जिसके चलते उन्होंने अपनी पुरानी पार्टी में लौटने का मन बना लिया।

टीएमसी नेता ने दिए थे संकेत

गौरतलब है कि हाल में टीएमसी के वरिष्ठ नेता व सांसद सौगत रॉय ने भी मुकुल की घर वापसी को लेकर संकेत दिए थे। उन्होंने कहा था, ‘ऐसे कई लोग हैं, जो अभिषेक बनर्जी के संपर्क में हैं और वापस आना चाहते हैं। मुझे लगता है कि पार्टी छोड़कर लौटने वालों को दो कैटिगरी में बांटा जा सकता है। ये हैं सॉफ्टलाइनर और हार्डलाइनर। सॉफ्टलाइनर वे हैं, जिन्होंने पार्टी तो छोड़ी, लेकिन ममता बनर्जी का कभी अपमान नहीं किया। हार्डलाइनर वे हैं, जिन्होंने ममता बनर्जी के बारे में सार्वजनिक रूप से बयान दिए। अहम बात यह है कि मुकुल रॉय ने ममता बनर्जी पर निजी तौर पर कोई आरोप नहीं लगाए। ऐसे में उन्हें सॉफ्टलाइनर माना जाता है।

बंगाल विधानसभा चुनाव से ठीक पहले दल बदल कर भाजपा का झंडा थामने वाले नेताओं में बेचैनी बढ़ती जा रही है। अपनी मौजूदा पार्टी और नेताओं को नसीहत देकर तृणमूल नेतृत्व को संदेश देने में जुटे हैं कि वह भी लौटना चाहते हैं। सोनाली गुहा से लेकर राजीब बनर्जी का नाम खासकर मीडिया में बार-बार उछल रहा है। ऐसा लग रहा है कि सभी दलबदलु तृणमूल में वापस जाना चाहते हैं।