सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू, CBSE और CISCE ने पेश किया ‘ईवैल्यूएशन क्राइटेरिया’
नई दिल्ली। निर्धारित समय के अनुसार सुबह 11 बजे सुप्रीम कोर्ट द्वारा सीबीएसई की सीनियर सेकेंड्री और सीआईसीएसई की आईएससी बोर्ड परीक्षाओं को लेकर दायर जनहित याचिका पर सुनवाई शुरू कर दी है। सुनवाई के दौरान केंद्रीय बोर्ड अपनी कक्षा 12 की रद्द परीक्षाओं के लिए ‘ईवैल्यूएशन क्राइटेरिया’ सुनवाई के दौरान प्रस्तुत किया गया। गौरलतब है कि सीबीएसई की सीनियर सेकेंड्री और सीआईएससीई की आईएससी की बोर्ड परीक्षाओं को महामारी के चलते रद्द कर दिया गया था।
उच्चतम न्यायालय के न्यायधीशों, न्यायमूर्ति ए. एम. खानविल्कर और न्यायमूर्ति दिनेश माहेश्वरी की खण्डपीठ द्वारा दोनो ही केंद्रीय बोर्डों की कक्षा 12 की परीक्षाओं को रद्द करने और इंटर्नल एसेसमेंट के आधार पर जल्द से जल्द रिजल्ट घोषित करने की वाली एडवोकेट ममता शर्मा द्वारा दायर इस जन हित याचिका पर पिछल सुनवाई 3 जून 2021 को हुई थी। पिछली सुनवाई के दौरान शीर्ष अदालत द्वारा सीबीएसई को सीनियर सेकेंड्री और सीआईएससीई को आईएससी की रद्द परीक्षाओं के बाद स्टूडेंट्स के मूल्यांकन के लिए ‘ऑब्जेक्टिव क्राइटेरिया’ दो सप्ताह में बनाने को कहा था
वहीं, इससे पहले 31 मई 2021 को सीबीएसई और सीआईएससी की परीक्षाएं रद्द करने की मांग वाले इस मामले की सुनवाई हुई थी, जिसके दौरान केंद्र सरकार और सीबीएसई का पक्ष रख रहे एडवोकेट जनरल (एजी) ने खण्डपीठ से अंतिम नतीजे पर पहुंचने के लिए दो दिन का समय मांगा था। हालांकि, अगली सुनवाई के पहले ही सीबीएसई ने 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करने की घोषणा कर दी थी, जिसके बाद खण्डपीठ ने रिजल्ट तैयार करने के लिए सीबीएसई ईवैल्यूएशन क्राइटेरिया 2021 दो सप्ताह में प्रस्तुत करने को कहा था।