ब्रेकिंग
छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह के घर से ईडी निकली बाहर, आरपी सिंह को ईडी अपने साथ दफ्तर ले गई छत्तीसगढ़ कांग्रेस नेता गिरीश देवांगन, देवेंद्र यादव, रामगोपाल अग्रवाल, सन्नी अग्रवाल, विनोद तिवारी, आरपी सिंह के घर सुबह ईडी छापा छत्तीसगढ़। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबी कांग्रेसी नेताओं घर में ईडी की रेड गिरीश देवांगन, रामगोपाल अग्रवाल, सन्नी अग्रवाल, विनोद तिवारी के घर पर पड... नजूल शाखा का भाटापारा से बलौदाबाजार जाना दुर्भाग्यपूर्ण -आशीष जायसवाल किसान हित में भूपेश सरकार समर्पित-सुशील शर्मा छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरकार बनेगी और सीएम आदिवासी होगा- पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर छत्तीसगढ़।पिछड़े सुदूर इलाके में पैर पसार कर अब धर्मांतरण कि आंच शहर तक पहुंच रही, कोचिंग सेंटर में धर्मांतरण जैसी गतिविधियों को संचालित करने का मामला... बलौदा बाजार भाटापारा जिले में अत्यधिक ठंड के चलते बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए 5 से 7 जनवरी तक स्कूलों में अवकाश घोषित आरक्षण को लेकर भारतीय जनता पार्टी के सांसद ,पूर्व सांसद , विधायक ,पूर्व विधायक प्रदेश पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने आज रायपुर के आंबेडकर चौक में धरन... नारायणपुर में स्थानीय आदिवासियों के ऊपर मिशनरी हमलें की जांच पड़ताल करने जा रहे भाजपा नेताओं को प्रशासन ने रोक , शासन प्रशासन के खिलाफ जमकर हुई नारेब...

छत्तीसगढ़ में यूनिसेफ स्टाफ ने लगवाया COVID का टीका

रायपुर। छत्तीसगढ़ में यूनिसेफ के कर्मचारियों ने चीफ ऑफ ऑफिस जॉब जकरिया के नेतृत्व में आज यहां रायपुर मेडिकल कॉलेज में COVID19 टीकाकरण करवाया। लोगों से कोविड टीकाकरण लेने की अपील करते हुए, जकरिया ने कहा कि कोविड टीकाकरण से न सिर्फ लोगों, परिवारों और समुदायों की इस बीमारी से सुरक्षा होगी, बल्कि इसके संचरण की श्रृंखला को तोड़ कर इसके प्रसार को भी रोका जा सकेगा। वयस्कों द्वारा टीकाकरण लिए जाने से बच्चों को भी लाभ होगा, क्योंकि COVID अप्रत्यक्ष रूप से उनके स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा और सुरक्षा को भी प्रभावित करता है।

वैश्विक प्रमाणों से पता चलता है कि COVID के सामाजिक-आर्थिक प्रभाव से बाल मृत्यु, कुपोषण, स्कूल छोड़ने, बाल विवाह, बाल श्रम, बाल तस्करी और बच्चों के खिलाफ हिंसा की दर में वृद्धि होगी। इस भयावह स्थिति को COVID टीकाकरण से रोका जाना चाहिए। जकरिया ने कहा कि COVID टीकाकरण अभियान के अंतर्गत कमजोर, दूरदराज और आदिवासी परिवारों के लोगों पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए।

छत्तीसगढ़ में COVID टीकाकरण के लिए 35 लाख लोग पात्र हैं

ऐसा अनुमान है कि छत्तीसगढ़ में 35 लाख लोग इस चरण में COVID टीकाकरण लेने के लिया पात्र हैं। इसमें पांच लाख स्वास्थ्य और सीमावर्ती कार्यकर्ता और 30 लाख 60 साल से ऊपर के लोग और मधुमेह और रक्तचाप (उच्च रक्तचाप) जैसी बीमारियों से पीड़ित 45-59 वर्ष के लोग शामिल हैं।

राज्य टीकाकरणअधिकारी डॉ. अमर सिंह ठाकुर ने कहा कि COVID टीकाकरण पाने के इच्छुक व्यक्ति आधार नंबर, नाम और उम्र की जानकारी देकर CoWin ऐप या CoWin पोर्टल पर पंजीकरण कर सकते हैं। जिनके पास इंटरनेट की व्यवस्था नहीं है, वे टीकाकरण केंद्रों पर पंजीकरण कर सकते हैं। छत्तीसगढ़ में 900 टीकाकरण केंद्र हैं, जहां प्रतिदिन टीकाकरण किए जा रहे है।

इसमें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, जिला अस्पताल और निजी अस्पताल शामिल हैं। पंजीकरण के लिए आधार कार्ड या पहचान के अन्य प्रमाण को टीकाकरण स्थल पर प्रस्तुत किया जाना आवश्यक है। 45 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों को किसी पंजीकृत चिकित्सक द्वारा जारी प्रमाण पात्र लेकर आना होगा। वैक्सीन लोगों को बीमारी और मृत्यु से बचाने का सबसे सरल और सस्ता तरीका है। COVID वैक्सीन सरकारी सुविधाओं में निश्शुल्क प्रदान किया जा रहा है। यह एक साधारण इंजेक्शन हैं जिसे दो बार लिया जाना है।

यूनिसेफ छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. श्रीधर रियावंकी ने कहा कि दूसरी खुराक 28 दिन बाद दी जाती है। वैक्सीन सुरक्षित हैं और किसी भी वैक्सीन के बाद हल्के बुखार, कमजोरी और दर्द जैसे साइड इफेक्ट आम हैं। जब तक टीकाकरण अभियान पूरा न हो जाए COVID उचित व्यवहार जारी रखना महत्वपूर्ण है। इस अवसर पर डॉ. श्रीधर ने भी टीकाकरण करवाया

यूनिसेफ द्वारा 200 करोड़ COVID वैक्सीन की खुराक प्रदान की जाएगी

राज्य में अब तक की सबसे बड़ी वैक्सीन ड्राइव में यूनिसेफ द्वारा राज्य सरकार को मीडिया एंगेजमेंट, सोशल मोबिलाइजेशन, कम्युनिकेशन मटीरियल के विकास और कोल्ड चेन मैनेजमेंट के कार्य में समर्थन कर रहा है। विश्व स्तर पर, WHO, Gavi, CEPI, PAHO, विश्व बैंक, बिल और मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन और अन्य भागीदारों के साथ मिलकर, ग्लोबल COVAX सुविधा की ओर से यूनिसेफ विश्व की सबसे बड़ा वैक्सीन खरीद और आपूर्ति संचालन का नेतृत्व कर रहा है।

COVAX सुविधा सभी देशों में उपलब्ध है, और यह सुनिश्चित करने के लिए कि भविष्य में कोई भी देश COVID-19 वैक्सीन से न रहे, यूनिसेफ अपने वैश्विक सहयोगियों के साथ इस वर्ष के अंत तक 190 देशों में वैक्सीन की 200 करोड़ खुराक और 100 करोड़ सीरिंज की डिलीवरी सुनिश्चित करेगा।

यूनिसेफ दुनिया में सबसे बड़े एकल वैक्सीन खरीदार के रूप में अपने अनुभव का लाभ उठा रहा है और COVID-19 वैक्सीन की खुराक के साथ-साथ माल, रसद और भंडारण की खरीद पर निर्माताओं और भागीदारों के साथ काम कर रहा है। वैक्सीन पर विश्वास बढ़ाने और दुनिया भर में गलत सूचनाओं को ट्रैक करने और उन्हें संबोधित करने के प्रयासों में यूनिसेफ भी अग्रणी भूमिका निभा रहा है।