धनखेड़ी पहाड़ी की खदान के गड्ढ़े में डूबने से तीन मासूमों की मौत
इंदौर-मांगलिया। ग्राम धनखेड़ी स्थित पहाड़ी की खदान में डूबने से तीन बच्चों की मौत हो गई। खदान से निकालते समय एक बच्चे की सांसे चल रहीं थी, लेकिन अस्पताल पहुंचने के पहले उसने भी दम तोड़ दिया। शिप्रा थाना पुलिस ने मर्ग कायम कर मामला जांच में लिया है। दो बच्चों को पोस्टमार्टम के लिए अरबिंदो अस्पताल और एक को सांवेर के शासकीय अस्पताल में भेजा गया। यहां से शाम को पीएम के बाद शव स्वजनों को सौंपे और उनका अंतिम संस्कार कराया। वहीं ग्रामीणों ने अवैध उत्खनन करने के मामले में ग्राम जाकिया के दर्शन सिंह नामक व्यक्ति के खिलाफ केस दर्ज कराया है।
पुलिस के मुताबिक 10 वर्षीय हरीश पुत्र उमेश बलाई, 14 वर्षीय आकाश पुत्र धर्मेन्द्र बामनिया और 16 वर्षीय लोकेश पुत्र किशोर सोलंकी तीनों एक ही गांव के रहने वाले हैं। गुरुवार को हरीश खदान के किनारे नहा रहा था, इतने में वह गहराई में चला गया। खदान करीब 25 फीट गहरी है। हरीश गहरे पानी में डूबने लगा तो उसकी बहन भावना ने चिल्लाना शुरू कर दिया।
लोकेश और आकाश ने आवाज सुनी तो वे हरीश को बचाने के लिए खदान में छलांग लगा दी। दोनों को भी नहीं पता था कि खदान बहुत गहरी है। आकाश के चाचा रामेश्वर बामनिया ने बताया कि हरीश को बचाने के लिए गए दोनों बच्चे भी उसमें डूब गए। पशु चलाने आए लोगों ने बच्चों को डूबते हुए देखा तो गांव वालों को आवाज लगाई और उन्हे पानी से बाहर निकालने की कोशिश की, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। पुलिस को सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची और उन्हे पीएम के लिए भिजवाया। रामेश्वर ने बताया कि तीनों के स्वजन मजदूरी करते हैं।
अवैध उत्खनन को लेकर हो चुकी शिकायत
आकाश के चाचा ने बताया कि पुलिस को कई बार शिकायत की जा चुकी है। इसके बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं की जाती। अवैध खदान में रात में विस्फोट किए जाते हैं, जिससे ग्रामीण परेशान हैं। विस्फोट की आवाज से रात में सोना भी मुश्किल हो जाता है। घटना के समय भी जेसीबी व डंपर चल रहे थे, घटना के बाद कर्मचारी वाहन छोड़कर भाग गए।
पुलिस नहीं कर रही थी केस दर्ज
बच्चों की मौत के बाद ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने अवैध खदान चलाने वाले के खिलाफ केस दर्ज करने के लिए कहा। शाम को जब तीनों बच्चों का शव स्वजन लेकर आए तब तक पुलिस ने अवैध उत्खनन करने वाले पर केस दर्ज नहीं किया था। गुस्साए ग्रामीणों ने धरमपुरी बायपास पर शव रखकर केस दर्ज करने के लिए कहा। ग्रामीण करीब एक घंटे तक शव को रखकर बैठे रहे। इसके बाद पुलिस ने दर्शन सिंह के खिलाफ केस दर्ज कर ग्रामीणों को समझाइश दी।