कोरोना, भीषण गर्मी और छिटपुट हिंसा के बीच सातवें चरण में जमकर बरसे वोट, भवानीपुर में ममता ने डाला वोट
कोलकाता। कोरोना के साए में भीषण गर्मी और छिटपुट हिंसा के बीच बंगाल विधानसभा चुनाव के सातवें चरण में भी जमकर मतदान हुआ। सूबे के पांच जिलों कोलकाता, दक्षिण दिनाजपुर, मालदा, मुर्शिदाबाद और पश्चिम बर्द्धमान की 34 सीटों पर शाम पांच बजे तक 75.06 फीसद मतदान हुआ। कोलकाता में 60.03 फीसद, दक्षिण दिनाजपुर में 80.25 फीसद, मालदा में 78.76 फीसद, मुर्शिदाबाद में 80.37 फीसद और पश्चिम बर्द्धमान में 70.24 फीसद मतदान हुआ।
महामारी के बावजूद बूथों के सामने सुबह से ही भीड़ लगनी शुरू हो गई थी। विभिन्न बूथों के सामने देर शाम तक मतदाताओं की कतार लगी हुई थी, जिससे मतदान फीसद और बढ़ना लाजिमी है। गौरतलब है कि 2016 के विधानसभा चुनाव में इन 34 सीटों पर 79.84 फीसद मतदान हुआ था।सातवें चरण में केंद्रीय बलों की कुल 796 कंपनियों की तैनाती की गई, जिनमें से बूथों पर 653 कंपनियों ने मोर्चा संभाला। कुछ जगहों पर तृणमूल-भाजपा में झड़प, मतदाताओं और पोलिंग एजेंटों को डराने-धमकाने, ईवीएम में गड़बड़ी की घटनाएं हुईं।
भवानीपुर में ममता ने डाला वोट, मतदान केंद्र से बाहर निकलने पर कहा- हम जीत रहे हैं
मतदान के दौरान कोलकाता के भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने भी अपना वोट डाला। ममता ने शाम करीब 4:00 बजे भवानीपुर के मित्रा इंस्टिट्यूशन स्थित पोलिंग बूथ पर अपना वोट डाला। वोट करने के बाद बाहर निकलते हुए उन्होंने विक्ट्री साइन दिखाया। इस दौरान ममता ने कहा कि हम जीत रहे हैं। इससे पहले दिन में इसी पोलिंग बूथ पर तृणमूल सांसद व ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने भी अपना वोट डाला। मतदान के बाद उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी दो तिहाई बहुमत के साथ दोबारा वापसी करेंगी। बताते चलें कि इससे पहले ममता लगातार दो बार भवानीपुर से ही चुनाव लड़कर विधानसभा पहुंचीं। इस बार ममता भवानीपुर की जगह नंदीग्राम से चुनाव लड़ रही हैं। उन्होंने इस सीट से मंत्री शोभनदेव चट्टोपाध्याय को उतारा है।
कोलकाता में तृणमूल प्रत्याशियों को बूथों में घुसने से रोका गया
दक्षिण कोलकाता की रासबिहारी विधानसभा सीट से तृणमूल कांग्रेस प्रत्याशी देवाशीष कुमार ने उन्हें बूथ में घुसने से रोके जाने का आरोप लगाया है। देवाशीष कुमार ने कहा कि केंद्रीय बल के जवानों ने उन्हें मतदान करने से रोका। उन्होंने आगे कहा कि इन सब से कुछ होने वाला नहीं है। बंगाल में फिर से तृणमूल की ही सरकार बनेगी। वहीं बालीगंज से पार्टी प्रत्याशी शोभनदेव चट्टोपाध्याय को भी बूथ में प्रवेश करने से रोका गया।
बदले गए दो थानों के प्रभारी
आयोग ने चुनाव के दौरान पुलिस प्रशासन में एक बार फिर फेरबदल करते हुए बीरभूम जिले के नलहटी और दुबराजपुर थानों के प्रभारियों को हटा दिया। कहा जा रहा है कि दोनों अस्वस्थ थे इसलिए उनका तबादला किया गया है। इसके साथ ही मुर्शिदाबाद के आईसी का भी तबादला किया गया है। दुबराजपुर थाने के प्रभारी देबब्रत सिन्हा और नलहटी के प्रभारी मोहम्मद अली का तबादला किया गया है। देबब्रत की पैर की हड्डी टूट गई थी जबकि मोहम्मद अली कोरोना संक्रमित हो गए थे।
इससे पहले बीरभूम जिले के पुलिस अधीक्षक मिराज खालिद की जगह नगेंद्र त्रिपाठी को लाया गया था।
मंत्री ने लगाया पोलिंग एजेंट को खरीदने का आरोप
कोलकाता पोर्ट विधानसभा क्षेत्र से तृणमूल प्रत्याशी व राज्य के कद्दावर मंत्री फिरहाद हकीम ने सातवें चरण की वोटिंग के दौरान सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा कि उनके पोलिंग एजेंट को खरीदने की कोशिश हो रही है। उन्होंने थाने में इसकी शिकायत की है।